Reported By: Ranjan Dave
,Jodhpur News/Image Source: IBC24
जोधपुर: Jodhpur News: एससी-एसटी मामलों की विशेष अदालत ने तेरह साल पुराने एक मामले में 16 आरोपियों को 7-7 साल की सजा सुनाई थी। लेकिन सजा सुनाते ही सभी आरोपी कोर्ट परिसर से फरार हो गए। यह मामला जोधपुर जिले की ओसिया तहसील से जुड़ा है। घटना 26 सितंबर दोपहर की है, लेकिन हैरानी की बात यह है कि पुलिस ने इस पूरे मामले को 6 दिन तक दबाकर रखा। अभी तक पुलिस किसी भी आरोपी को पकड़ नहीं सकी है।
एससी-एसटी विशेष न्यायालय ने ओसिया तहसील के पदासला गाँव में एक बस्ती पर हमले और आगजनी के मामले में 16 आरोपियों को 7-7 साल की सजा सुनाई। सजा सुनाते ही मजिस्ट्रेट ने चालानी गार्ड को सभी आरोपियों को हिरासत में लेने का आदेश दिया। लेकिन जब तक गार्ड उन्हें हिरासत में लेने पहुँचे, तब तक सभी आरोपी कोर्ट से फरार हो चुके थे।
Jodhpur News: इस मामले में कोर्ट रीडर संजय पुरोहित की ओर से उदय मंदिर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई। हैरानी की बात यह है कि पुलिस ने इस घटना को न केवल सार्वजनिक नहीं किया, बल्कि रोज़ जारी की जाने वाली मॉर्निंग रिपोर्ट में भी इसका कोई ज़िक्र नहीं किया गया।
अब तक पुलिस 6 दिन बीत जाने के बाद भी एक भी आरोपी को पकड़ नहीं सकी है। दरअसल, ओसिया के पदासला गाँव में 13 साल पहले बस्ती पर फायरिंग और हमला हुआ था। इस मामले में पुलिस ने 19 लोगों के खिलाफ चालान पेश किया था। लंबी सुनवाई के दौरान तीन आरोपियों की मृत्यु हो गई और शेष 16 को हाल ही में सजा सुनाई गई थी। थानाधिकारी सीताराम खोजा का कहना है कि सभी दोषियों की तलाश की जा रही है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।