#SarkaronIBC24: छत्तीसगढ़ में नई शराब नीति के तहत शराब 4 फीसदी सस्ती, शराब पर शुरू हुई सियासत

Liquor became 4% cheaper under the new liquor policy: मध्यप्रदेश की मोहन यादव सरकार ने धार्मिक स्थलों की पवित्रता बनाए रखने की दिशा में बड़ा कदम उठाया..1 अप्रैल 2025 से नई आबकारी नीति लागू कर दी

#SarkaronIBC24: छत्तीसगढ़ में नई शराब नीति के तहत शराब 4 फीसदी सस्ती, शराब पर शुरू हुई सियासत
Modified Date: April 2, 2025 / 12:00 am IST
Published Date: April 1, 2025 11:59 pm IST
HIGHLIGHTS
  • छत्तीसगढ़ में भी नई शराब नीति लागू
  • मध्यप्रदेश में धार्मिक स्थलों पर शराब बैन

भोपाल: #SarkaronIBC24, 1 अप्रैल 2025 से मध्यप्रदेश ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ में भी नई शराब नीति लागू हो गई है… जिसका असर भी दिखने लगा है…हम आपको इससे जुड़ी दो तस्वीरें दिखाते हैं पहली तस्वीर मध्यप्रदेश की है जहां आज से धार्मिक स्थलों पर शराबबंदी लागू कर दी गई… तो वहीं छत्तीसगढ़ में नई शराब नीति के तहत शराब 4 फीसदी सस्ती हो गई है… समाज के अलग-अलग तबकों में इसकी मिलीजुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है कोई इसके फेवर में है तो कई इसके खिलाफ… इस पर सियासत भी खूब हो रही है… जिसके बारे में हम आपको विस्तार से बताएंगे लेकिन ये दो तस्वीरें शराब पर सराकर के दो अलग-अलग नजरिए को भी दिखाती हैं.. जो बहस का विषय हो सकता है….

#SarkaronIBC24, मध्यप्रदेश की मोहन यादव सरकार ने धार्मिक स्थलों की पवित्रता बनाए रखने की दिशा में बड़ा कदम उठाया..1 अप्रैल 2025 से नई आबकारी नीति लागू कर दी… नई नीति के तहत महाकाल नगरी उज्जैन समेत 19 धार्मिक महत्व वाले स्थानों पर शराब की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लागू हो गया है… इन क्षेत्रों में शराब की दुकानें बंद कर दी गई हैं… यहाँ न तो शराब दुकानों के लिए लाइसेंस जारी किए जाएंगे और न ही उनके संचालन की अनुमति दी जाएगी…

मंगलवार से प्रभावी हुई नई आबकारी नीति का असर धार्मिक महत्व वाले इन स्थानों पर साफ देखने को मिला.. शराब की जिन दुकानों पर भीड़ कम होने का नाम नहीं लेती थी वहां ताले लटके नजर आए.. दूसरी तरफ पुलिस भी अलर्ट हो गई… शराब की बिक्री बंद होने से शराब की कालाबाजारी की आशंका बढ़ गई… पुलिस ने चैकिंग अभियान चलाकर कई वाहनों की तलाशी ली… आम लोग भी इस फैसले से खुश नजर आए…

 ⁠

धार्मिक स्थानों पर शराबबंदी का एक पहलू ये भी है कि इससे राजस्व को होने वाले घाटे की भरपाई के लिए शराब की कीमतों में बढ़ोतरी की गई है…जिसके चलते कांग्रेस सरकार पर हमलावर है..तो बीजेपी ने भी पलटवार किया है…

read more: उत्तर प्रदेश में नयी आबकारी नीति लागू, अब शराब और बीयर एक ही दुकान से मिलेगी

मध्यप्रदेश ने शराबबंदी की तरफ जहां एक कदम बढ़ाया तो दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ में शराब के शौकीन लोगों की जेब को सरकार ने कुछ राहत दी.. छत्तीसगढ़ में नई शराब नीति के तहत 1 अप्रैल से शराब 4 फीसदी सस्ती हो गई है.. शराब के अलग-अलग ब्रांड के हिसाब से ये राहत 10 रुपए से लेकर 3 हजार रुपए तक होगी.. छत्तीसगढ़ में शराब की कीमत घटने पर कांग्रेस ने अपने X हैडल पर ये कार्टून पोस्टर शेयर किया जिसमें बीजेपी सरकार पर निशाना साधा.. कि प्रदेश में शराब सस्ती हो रही है लेकिन राशन महंगा होता जा रहा है… रोजगार और सुशासन का बुरा हाल है…

कांग्रेस सस्ती शराब को लेकर जहां मुखर है तो वहीं बीजेपी.. कांग्रेस को ही कटघरे में खड़ा कर रही है…

शराब एक बुराई है तो राज्य सरकारों की आय का बड़ा जरिया भी.. सरकारें समय-समय पर शराब नीति में बदलाव कर इसमें संतुलन लाने की कोशिश करती हैं.. जैसे मध्यप्रदेश में धार्मिक स्थलों पर शराब बैन कर लोगों की धार्मिक भावना के साथ शराब के बुरे असर से बचाने की कोशिश दिखती है तो छत्तीसगढ़ में.. शराब सस्ती कर सरकार ने अवैध शराब पर अंकुश और महंगाई के दौर में लोगों को कुछ राहत दी है.. सरकार किसी किसी भी रहे शराब नीति पर सवाल कभी खत्म नहीं हुए.. सिक्के के दो पहलुओं की तरह शराब के दो भी दो पहलू हैं… एक पहलू अच्छा है तो दूसरा खराब….

ब्यूरो रिपोर्ट आईबीसी24

read more: राइस एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन ने किया नई टीम का गठन, चावल उद्योग के हितों की रक्षा का संकल्प


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com