Raipur News
रायपुर: Raipur News, छत्तीसगढ़ में के दुर्ग में बीते दिनों रेलवे स्टेशन से मानव तस्करी के आरोपी में गिरफ्तार ननों के मामले में केरल से लेकर दिल्ली तक से प्रदेश की साय सरकार पर दबाव बनाया जा रहा है। अब मेघालय के CM कॉनराड के संगमा ने पत्र लिखकर CM साय से FIR रद्द करने की मांग की है।
आपको बता दें कि नन मामले में भाजपा की सहयोगी पार्टी एनपीपी के CM ने छत्तीसगढ़ सरकार को पत्र लिखकर FIR रद्द करने की मांग की है। पत्र में मेघालय CM कॉनराड के संगमा ने लिखा कि छत्तीसगढ़ सरकार छत्तीसगढ़ में धार्मिक अल्पसंख्यकों के हकों की रक्षा करें।
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आपको बता दें कि इसके पहले केरल से लेफ्ट और कांग्रेस पार्टी के सांसदों का प्रतिनिधि मंडल रायपुर का दौरा कर चुका है। जाहिर है कि केरल से लेकर दिल्ली तक से नन मामले में प्रदेश सरकार पर दबाव बनाया जा रहा है।
इसके पहले आज बिलासपुर से , दुर्ग से गिरफ्तार नन मामले में बड़ा अपडेट आया है। आज बिलासपुर NIA कोर्ट में मामले में सुनवाई पूरी हो गई है। दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद कोर्ट ने फैसले को सुरक्षित रख लिया है। कल इस मामले में निर्णय सुनाया जाएगा । पीड़ित पक्ष की ओर से बेल एप्लिकेशन लगाया गया है जिसपर सुनवाई पूरी हो चुकी है। बता दें कि बीते दिनों दो नन की दुर्ग से गिरफ्तारी हुई थी, दोनों पर ह्यूमन ट्रैफिकिंग के आरोप में कार्रवाई की गई थी ।
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जानकारी दें कि बीते 25 जुलाई को दुर्ग रेलवे स्टेशन में धर्मांतरण और ह्यूमन ट्रैफिकिंग को लेकर जमकर बवाल हुआ था। 2 मिशनरी सिस्टर (नन) और एक युवक पर 3 आदिवासी युवतियों को UP के आगरा में काम दिलाने के बहाने बेचने ले जाने का आरोप लगाया गया। इन्हें बजरंग दल से जुड़े लोगों ने पकड़ा था। मामला भिलाई थाना-3 के दुर्ग जीआरपी चौकी का है।
जानकारी के मुताबिक नारायणपुर की युवतियों को आगरा ले जाने वालों का नाम सुखमन मंडावी और मिशनरी सिस्टर प्रीति और वंदना है। ये तीनों लोग कमलेश्वरी, ललिता और सुखमति नाम की युवती को आगरा लेकर जा रहे थे। फिलहाल दोनों नन दुर्ग जेल में बंद है।