Student married female professor in classroom: क्लासरूम में छात्र ने महिला प्रोफेसर की मांग में भरा सिंदूर, पहनाई वरमाला, वीडियो वायरल होने पर मचा हंगामा
Student married female professor in classroom: क्लास के बीच, छात्र ने प्रोफेसर की मांग में सिंदूर भरा और दोनों ने एक-दूसरे को माला पहनाई। इस दौरान छात्र और प्रोफेसर का गठबंधन भी किया गया, जैसा कि पारंपरिक शादियों में होता है।
Student married female professor in classroom, image source: social media
- घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल
- छात्र ने प्रोफेसर की मांग में सिंदूर भरा और दोनों ने एक-दूसरे को माला पहनाई
- प्रोफेसर के व्यवहार की जांच शुरू कर दी गई
कोलकाता: Student married female professor in classroom, पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में स्थित मौलाना अबुल कलाम आज़ाद प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में एक अनोखी घटना सामने आई है। यहां एक महिला प्रोफेसर ने क्लासरूम में ही एक प्रथम वर्ष के छात्र से शादी कर ली। इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिससे विश्वविद्यालय प्रशासन हरकत में आ गया। प्रोफेसर को फिलहाल छुट्टी पर भेज दिया गया है, और मामले की जांच जारी है।
क्या हुआ था क्लासरूम में?
Student married female professor in classroom, यह घटना विश्वविद्यालय के हरिणघाटा परिसर में हुई, जहां ‘एप्लाइड साइकोलॉजी’ विभाग की प्रमुख लाल बनारसी साड़ी पहने, हाथों में रजनीगंधा और गुलाब के फूलों की माला लिए कक्षा में पहुंचीं। उनके साथ एक प्रथम वर्ष का छात्र भी था। क्लास के बीच, छात्र ने प्रोफेसर की मांग में सिंदूर भरा और दोनों ने एक-दूसरे को माला पहनाई। इस दौरान छात्र और प्रोफेसर का गठबंधन भी किया गया, जैसा कि पारंपरिक शादियों में होता है।
इस अप्रत्याशित घटना से कक्षा में मौजूद छात्र हैरान रह गए। कई ने इसका वीडियो बना लिया, जो देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो सामने आने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रोफेसर को तत्काल प्रभाव से छुट्टी पर भेज दिया, जबकि छात्र फिलहाल लापता बताया जा रहा है।
प्रोफेसर की सफाई
इस घटना पर प्रोफेसर पायल बनर्जी ने सफाई देते हुए कहा कि यह महज़ एक “साइकोड्रामा” था, जो एक शैक्षणिक प्रोजेक्ट का हिस्सा था। उन्होंने दावा किया कि छात्रों ने उन्हें मुख्य किरदार निभाने का अनुरोध किया था और वे इसके लिए तैयार हो गईं। उनके अनुसार, अन्य फैकल्टी मेंबर्स को भी इस गतिविधि की जानकारी थी, और उन्होंने इसकी अनुमति दी थी।
हालांकि, प्रोफेसर ने आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने इस वीडियो का इस्तेमाल उनके खिलाफ साजिश के तहत किया है। उनका कहना है कि वीडियो उन्हीं लोगों ने लीक किया, जिन्होंने उनके खिलाफ पहले भी शिकायतें दर्ज करवाई थीं।
विश्वविद्यालय प्रशासन की प्रतिक्रिया
मामले को लेकर विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति तापस चक्रवर्ती ने कहा कि प्रोफेसर के व्यवहार की जांच शुरू कर दी गई है और उनसे इस घटना पर स्पष्टीकरण मांगा गया है। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि अगर यह वास्तव में एक शैक्षणिक प्रोजेक्ट का हिस्सा था, तो प्रोफेसर को छुट्टी पर क्यों भेजा गया।
उठ रहे सवाल
इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं—
क्या यह वास्तव में एक प्रोजेक्ट था या कुछ और?
अगर यह प्रोजेक्ट था, तो विश्वविद्यालय प्रशासन को इसकी जानकारी क्यों नहीं थी?
अगर यह महज़ एक नाटक था, तो प्रोफेसर को छुट्टी पर क्यों भेजा गया?
छात्र अब कहां है और उसकी क्या राय है?
जांच पूरी होने के बाद ही इस मामले की सच्चाई सामने आएगी। फिलहाल, सोशल मीडिया पर यह घटना चर्चा का विषय बनी हुई है। कुछ लोग इसे व्यक्तिगत मामला मान रहे हैं, तो कुछ इसे विश्वविद्यालय की गरिमा के खिलाफ बता रहे हैं।
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