Ramadan Mubarak Wishes In Hindi/ Image Credit: Pixabay
नई दिल्ली। Ramadan 2025: जिस तरह हिंदू धर्म में तीज-त्योहार और व्रत का महत्व होता है। ठीक उसी प्रकार मुस्लिम धर्म में रमजान का बहुत ही खास महत्व है। रमजान का महीना इस्लामिक धर्म के लिए बहुत ही पाक माना जाता है। इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार रमजान के पवित्र माह के दौरान ही पैगंबर मोहम्मद को अल्लाह से कुरान की आयतें प्राप्त हुई थी। कहा जाता है कि रमजान में रोजा रखने से व्यक्ति का तन और मन दोनों पवित्र होते है। अल्लाह के करम से जीवन में बरकत आती है। तो चलिए जानते हैं इस बार रमजान का ये पाक महीना कब से शुरू हो रहा है।
बता दें कि, इस साल रमजान की शुरूआत 28 फरवरी से शुरू होने की उम्मीद है। क्योंकि यह चांद दिखने पर ही निर्भर करता है। रमजान का नया चांद दिखाई देने के बाद ही रमजान की शुरुआत होती है।ऐसे में अगर 28 फरवरी को रमजान दिखता है, तो 1 मार्च को पहला रोजा रखा जाएगा।
रमजान का महीना अल्लाह की इबादत के लिए होता है। इस दिन लोग सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक रोजा रखते हैं। इस पवित्र महीने के दौरान, मुसलमान 29-30 दिनों तक रोजा रखते हैं। रोजे वक्त सूर्योदय से पहले कुछ खा लिया जाता है जिसे सहरी कहा जाता है। फिर पूरे दिन न तो कुछ खाया जाता है और न ही कुछ पिया जाता है। फिर सूरज ढलने के बाद रोजा खोला जाता है जिसे इफ्तारी कहा जाता है।
Ramadan 2025: रमजान के समय रोजे के अलावा नमाज पढ़ने का विशेष महत्व है। हर मुसलमान को दिन में पांच बार नमाज करना आवश्यक है और रमजान के महीन में ऐसा करना बहुत ही जरूरी माना जाता है। इस्लाम धर्म में दान की भी बड़ी अहमियत है।