CG Abkari Aarakshak Recruitment Exam : आबकारी आरक्षक भर्ती परीक्षा में खूब मचा बवाल, सख्त नियमों के कारण परीक्षा से वंचित हुए सैकड़ों अभ्य​र्थी

CG Abkari Aarakshak Recruitment Exam: आबकारी आरक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन सुबह 11 बजे से 1.15 बजे तक किया गया था। इस दौरान कई जगहों से हंगामे की खबरें आयी। नियमों के चक्कर में फंसकर कई अभ्यर्थी परीक्षा देने से वंचित रह गए।

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  • Publish Date - July 27, 2025 / 07:04 PM IST,
    Updated On - July 27, 2025 / 07:06 PM IST

CG Abkari Aarakshak Recruitment Exam , image source: ibc24

HIGHLIGHTS
  • हाफ आस्तीन के कपड़े पहने परीक्षार्थियों को एंट्री
  • खैरागढ़ में करीब 80 से अधिक अभ्यर्थी परीक्षा से वंचित
  • छात्रों के प्रदर्शन के बाद हरकत में पुलिस और प्रशासन 
  • छात्रों के हाथ से कलावा काटकर जूते में फेकने का आरोप

रायपुर: Excise Constable Recruitment Exam, व्यावसायिक परीक्षा मंडल द्वारा आज प्रदेश भर में जिला मुख्यालयों में आबकारी आरक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन किया गया था। आबकारी आरक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन सुबह 11 बजे से 1.15 बजे तक किया गया था। इस दौरान कई जगहों से हंगामे की खबरें आयी। नियमों के चक्कर में फंसकर कई अभ्यर्थी परीक्षा देने से वंचित रह गए। जिसके बाद कई जगहों पर सुरक्षाकर्मियों और अभ्यर्थियों के बीच वाद विवाद और खूब हंगामा हुआ। इस परीक्षा के लिए इस बार जांच पड़ताल के कड़े नियमों से परीक्षार्थियों को गुजरना पड़ा ।

इस बार व्यापम द्वारा परीक्षा को लेकर बदले गए नियम से कुछ सेंटर में परीक्षार्थियों की नाराजगी भी देखी गई । व्यावसायिक परीक्षा मंडल द्वारा की गई व्यवस्था में परीक्षा केंद्र के बाहर कड़ी जांच पड़ताल से परीक्षार्थियों को गुजरना पड़ा । इस दौरान परीक्षार्थियों को मेटल डिटेक्टर से चेक किया गया, बेल्ट, पर्स, अंगूठी, कान की बाली, धूप के चश्में, मोबाइल, घड़ी, रुमाल, वाहन की चाबी बाहर ही रखा दिया गया। वहीं परीक्षा केंद्र के भीतर जैमर भी लगाए गए थे ताकि नकल को लेकर किसी भी तरह के कम्युनिकेशन को रोका जा सके।

CG Abkari Aarakshak Recruitment Exam  व्यापम द्वारा आयोजित आबकारी आरक्षक भर्ती परीक्षा में 100 प्रश्न पूछे गए थे। जिसमें हिंदी, अंग्रेजी, गणित, सामान्य ज्ञान सहित अन्य विषय से संबंधित प्रश्न आए थे। इसमें छत्तीसगढ़ से जुड़े भी प्रश्न भी पूछे गये।

हाफ आस्तीन के कपड़े पहने परीक्षार्थियों को एंट्री

CG Abkari Aarakshak Recruitment Exam , राजनांदगांव के शासकीय दिग्विजय कॉलेज की प्राचार्य डॉ सुचित्रा गुप्ता ने बताया कि व्यापम द्वारा जारी दिशा निर्देश का पालन कराया गया है। जिसमें गहरे रंग के कपड़े पहने परीक्षार्थियों को वापस भेजा गया, हल्के रंग के ड्रेस कोड और हाफ आस्तीन के कपड़े पहने परीक्षार्थियों को एंट्री दी गई है। राजनांदगांव में आबकारी आरक्षक भर्ती परीक्षा के लिए 11227 परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र का वितरण किया गया था। जिसमें से 9304 परीक्षार्थी ही परीक्षा में शामिल हुए, वही 1923 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे।

खैरागढ़ में करीब 80 से अधिक अभ्यर्थी परीक्षा से वंचित

आबकारी आरक्षक भर्ती परीक्षा में खैरागढ़ के करीब 80 से अधिक अभ्यर्थी परीक्षा से वंचित हो गए। वंचित छात्रों का आरोप है कि परीक्षा केंद्रों में मनमाने नियम लागू कर उन्हें प्रवेश से रोका गया। जबकि वे नियत समय पर पहुंचे थे। सबसे ज्यादा विवाद ड्रेस को लेकर सामने आया जिसमें टी-शर्ट पहनने को लेकर भ्रम की स्थिति बनी रही। शनिवार को परीक्षा से बाहर किए गए अभ्यर्थियों ने गुस्से में कलेक्टर निवास पहुंचकर नारेबाजी की। “आबकारी भर्ती रद्द करो जैसे नारों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा।

छात्रों के प्रदर्शन के बाद हरकत में पुलिस और प्रशासन

छात्रों ने बताया कि सूचना के मुताबिक सभी टी-शर्ट पहनकर पहुंचे थे फिर भी गेट पर रोक दिया गया। सभी छात्रों का कहना है कि वे समय पर पहुंचे थे लेकिन मनमाने ढंग से बाहर कर दिया गया। छात्रों के प्रदर्शन के बाद पुलिस और प्रशासन हरकत में आया। मौके पर पहुंचे अनुविभागीय अधिकारी टंकेश्वर प्रसाद साहू ने छात्रों से मुलाकात कर पूरी बात सुनी। उन्होंने बताया कि छात्रों को आवेदन देने कहा गया है। नियमानुसार जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।

गौरतलब है कि हाल ही में हुई सब इंजीनियर परीक्षा में हाईटेक नकल के मामले के बाद परीक्षा मंडल ने सख्त निर्देश जारी किए थे। लेकिन छात्रों का कहना है कि सुरक्षा के नाम पर हमारे भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया। ड्रेस कोड की आड़ में परीक्षा से वंचित करना अन्याय है। खैरागढ़ जिले में 12 परीक्षा केंद्र बनाये गए थे जिसमें 3050 परीक्षार्थी शामिल हुए।

छात्रों के हाथ से कलावा काटकर जूते में फेकने का आरोप

सूरजपुर में भी आबकारी आरक्षक भर्ती परीक्षा में हंगामा देखा गया। हिंदू संगठन ने केंद्र अध्यक्ष पर हिंदू आस्था से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया। कन्या हाई स्कूल के परीक्षा सेंटर में छात्रों के हाथ से कलावा काटकर जूते में फेकने का आरोप लगाया गया। हंगामे के बाद पुलिस मौके पर पहुंचकर समझाइश दी।

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क्या कारण था कि सैकड़ों अभ्यर्थी परीक्षा से वंचित हो गए?

उत्तर: कई अभ्यर्थी ड्रेस कोड, समय सीमा, और अन्य सख्त नियमों के कारण परीक्षा में शामिल नहीं हो सके। ड्रेस कोड: गहरे रंग के कपड़े, फुल स्लीव्स, टी-शर्ट आदि पहनने वाले परीक्षार्थियों को रोका गया। सामग्री प्रतिबंध: बेल्ट, पर्स, मोबाइल, घड़ी, चाबी आदि ले जाने पर रोक थी। कई परीक्षार्थियों ने नियमों को लेकर भ्रम या स्पष्ट सूचना की कमी बताई।

परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा जांच कितनी सख्त थी?

उत्तर: बहुत ही सख्त जांच प्रक्रिया अपनाई गई। मेटल डिटेक्टर से स्कैनिंग सामानों की जब्ती और बाहर रखना जैमर का इस्तेमाल ड्रेस कोड का सख्ती से पालन: हल्के रंग, हाफ स्लीव्स अनिवार्य। यह सब हाल ही में हुई सब-इंजीनियर परीक्षा में हाईटेक नकल कांड के बाद उठाए गए कदम थे।

क्या परीक्षा को लेकर कोई राजनीतिक या प्रशासनिक प्रतिक्रिया सामने आई?

उत्तर: हाँ, कुछ जिलों में छात्रों ने कलेक्टर निवास पर प्रदर्शन किया और "आबकारी भर्ती रद्द करो" जैसे नारे लगाए। खैरागढ़: 80 से अधिक छात्र वंचित हुए और विरोध किया। सूरजपुर: हिंदू संगठनों ने कलावा काटे जाने को लेकर विरोध किया। प्रशासन ने आश्वासन दिया कि आवेदन लेकर जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

क्या सभी केंद्रों पर एक जैसे नियम लागू थे?

उत्तर: व्यापम द्वारा統ित नियम सभी केंद्रों के लिए समान थे, पर उनके क्रियान्वयन में भिन्नता देखी गई। कुछ केंद्रों पर ड्रेस को लेकर भ्रम की स्थिति बनी रही। कुछ स्थानों पर स्थानीय अधिकारियों द्वारा मनमानी व्याख्या की गई, जिससे परीक्षार्थियों को नुकसान हुआ।

अगर कोई परीक्षार्थी नियमों के कारण वंचित रह गया हो तो वह क्या कर सकता है?

उत्तर: अभ्यर्थी लिखित आवेदन देकर शिकायत कर सकते हैं। संबंधित एसडीएम, कलेक्टर या व्यापम कार्यालय से संपर्क करें। व्यापम के माध्यम से यदि उचित पाया गया तो पुन: परीक्षा या पुनर्विचार की संभावना हो सकती है, लेकिन यह केवल प्रशासन के निर्णय पर निर्भर करेगा।