भारत के व्यापारी मनाएंगे दीवाली, चीन में रहेगा अंधेरा |

भारत के व्यापारी मनाएंगे दीवाली, चीन में रहेगा अंधेरा

हमेशा पड़ोसियों से जलने वाले चीन में इन दिनों अंधेरा छा गया है। चीन के अंधेरे से भारत में उजाला फैलने की उम्मीद की जा रही है। कारण साफ है चीन में फैक्ट्रियां बंद हैं और दीवाली के सीजन में इन्हीं फैक्ट्रियों से दीए समेत सारी चीजें निकलती हैं। चीन में अंधेरा है इसलिए अब हमारे गांव गांव में दीए जलेंगे। कुम्हारों को इस बार ज्यादा दीए के ऑर्डर मिलने की उम्मीद है। इसी तरह भारतीय गृह उद्योगों को भी बढ़ावा मिलने वाला है ।

:   Modified Date:  November 28, 2022 / 10:58 PM IST, Published Date : October 8, 2021/9:50 pm IST

 India-China business to affect in Diwali

हमेशा पड़ोसियों से जलने वाले चीन में इन दिनों अंधेरा छा गया है। चीन के अंधेरे से भारत में उजाला फैलने की उम्मीद की जा रही है। कारण साफ है चीन में फैक्ट्रियां बंद हैं और दीवाली के सीजन में इन्हीं फैक्ट्रियों से दीए समेत सारी चीजें निकलती हैं। चीन में अंधेरा है इसलिए अब हमारे गांव गांव में दीए जलेंगे। कुम्हारों को इस बार ज्यादा दीए के ऑर्डर मिलने की उम्मीद है। इसी तरह भारतीय गृह उद्योगों को भी बढ़ावा मिलने वाला है ।

 

भारी क़र्ज़ में डूबे चीन में कुछ भी सही नहीं चल रहा है। हाल ही में चीन की पोल तब खुली जब वहां की दूसरी सबसे बड़ी रियल एस्टेट कंपनी evergrand दिवालिया होने की कगार पर आ गई।  करोड़ों के क़र्ज़ में डूबी ये कंपनी अब ना तो ब्याज चुका पा रही और ना ही अपने ग्राहकों को उनका घर बना के दे पा रही है।  आलम ये है कि इस कंपनी में जिन लोगों ने पैसे लगाए थे वो अब कंपनी के ऑफिस में धरना देने और आत्महत्या तक करने को मजबूर हो गए हैं।

 

ये स्थिति चीन की सिर्फ एक कंपनी की नहीं बल्कि पूरे देश की है। कोरोना जैसी महामारी जिसमें पूरी दुनिया का व्यापार प्रभावित हुआ था, उस वक्त भी चीन की अर्थव्यवस्था पर कुछ ख़ास असर नहीं पड़ा था। कारण था चीन द्वारा लिया गया क़र्ज़। चीन ने कई देशों से भारी-भरकम क़र्ज़ ले कर अपनी कंपनियां चालू रखी।  मगर अब ये क़र्ज़ चीन पर ही भारी पड़ रहा है। सारी दुनियां कोरोना से जूझ रही थी और सबकुछ बंद था तब चीन ने अपनी सारी दूकानें खोल रखी थीं।

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भारत की ही तरह चीन के लिए भी दिवाली एक उत्सव होता है क्योंकि इस दौरान भारत में चीन में बने सामानों की मांग आसमान छू जाती है।  भारत भारी मात्रा में चीन के उत्पादों को आयात करता है। बिजनेस वेबसाइट Money Control में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक़ भारत में “Boycott China” अभियान के वक्त भी पिछले समय दोनों देशों में करीब 87 बिलियन डॉलर का व्यापार हुआ था। चीन हमसे ज्यादातर कच्चा माल खरीदता है और हमें तैयार उत्पाद निर्यात करता है।

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इस साल जनवरी से जून तक पहली छमाही में भारत-चीन व्यापार में 62.7 फीसदी की जबरदस्त बढ़ौतरी हुई।  मगर अब स्थिति बदल रही है। चाइना की अर्थव्यवस्था गोते लगा रही है। सबकी दूकानें बंद करने का ख्वाब देखने वाले चीन की ही इंडस्ट्रीज अब या तो बंद हो चुकी हैं या बंद होने की कगार पर पहुंच चुकी हैं।

 

बताया जा रहा है कि चीन में ज़बरदस्त बिजली संकट है। बिजली संकट की वजह से चीन के 20 प्रांतों में मैन्युफैक्चरिंग प्रभावित है और देश की लगभग 45 फीसदी मैन्यूफैक्चरिंग यूनिटें बंद है।  इस संकट की मुख्य वजह है कोयले की कमी। चीन के लगभग 70% बिजली के प्लांट कोयले से चलते हैं। इधर चीन अपनी जरूरत का ज्यादातर कोयला ऑस्ट्रेलिया से आयात करता था मगर कोरोना महामारी फैलने के बाद आस्ट्रेलिया चीन से नाराज है। आस्ट्रेलिया के लोगों का मानना है कि इस महामारी के लिए चीन ही जिम्मेदार है इसके बाद से दोनों के बीच झगड़ा चल रहा है। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया से कोयला मिलना बंद हो गया और चीन की बत्ती गुल हो गई है।

इधर चीन में कोयला महंगा भी होने लगा है और उसका असर चीन के उत्पादों की कीमत पर भी पड़ेगा। चीन से आनेवाला सामान महंगा हो सकता है। ऐसे में भारत की स्माल इंडस्ट्रीज के पास चीन को पटखनी देने का सुनहरा मौका होगा।

बता दें कि चीन के इस संकट के बाद कुछ लोग इस बात की आशंका जता रहे हैं कि चीन में उत्पादन ठप हुआ तो भारत में भी इलेक्ट्रॉनिक्स समेत कई तरह की चीजों के दाम बढ़ सकते हैं….. दीवाली पर उनकी बड़ी मांग रहती है…. पर भारत में करोड़ों गरीब भी हैं जिनका रोजगार चीन के छोटे छोटे सामानों ने छीन रखा है। ऐसे में इस तरह के लोगों की भी कमी नहीं है जो ये मानते हैं कि चीन की बत्ती गुल होने से भारत में छोटे व्यापारी और घरेलू उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। खासकर दीपावली पर दीए समेत सजावट का ज्यादातर सामान चाइना से आता है और यहां के घरेलू उद्योंगों को नुकसान उठाना पड़ता है। अब जब चीन की फैक्ट्रियां बंद हैं तब हमारे छोटे व्यापारी अपना माल बेच पाएंगे।

यानी हमारे यहां दीवाली इस बार चाइना के अंधेरे के कारण ज्यादा जगमग होगी।

 
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