ठंड लगने पर इस वजह से आती है कंपकपी, जानिए साइंटिफिक प्रोसेस

Why Do We Shiever in winter: शरीर का सामान्य तापमान 37 डिग्री सेल्सियस के आस-पास ही रहता है, जो फारेनहाइट में करीब 98.6 होता है। बॉडी के इस टैंप्रेचर में कभी-कभार ही एक-दो डिग्री आगे-पीछे होता है, फिर चाहे मौसम कोई भी हो, लेकिन जब बॉडी का तापमान गड़बड़ा जाता है तो समझ लो शरीर बीमार पड़ गया है।

ठंड लगने पर इस वजह से आती है कंपकपी, जानिए साइंटिफिक प्रोसेस

Woman breathing on her hands to keep them warm at cold winter

Modified Date: December 30, 2022 / 10:51 pm IST
Published Date: December 30, 2022 10:51 pm IST

नई दिल्ली। Why Do We Shiever in winter: ठंड के दिनों में कंपकपी आना बेहद आम बात है, लेकिन ये कंपकपी क्यों और किस वजह से आती है बहुत कम लोग ही जानते होंगे। आमतौर पर शरीर का सामान्य तापमान 37 डिग्री सेल्सियस के आस-पास ही रहता है, जो फारेनहाइट में करीब 98.6 होता है। बॉडी के इस टैंप्रेचर में कभी-कभार ही एक-दो डिग्री आगे-पीछे होता है, फिर चाहे मौसम कोई भी हो, लेकिन जब बॉडी का तापमान गड़बड़ा जाता है तो समझ लो शरीर बीमार पड़ गया है और बीमारी की इस अवस्था को हम बुखार कहते हैं।

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इसलिए आता है कंपकपी

अब आपको बताते हैं कि बॉडी को हीट करने की प्रक्रिया के दौरान ही शरीर में कंपकपी क्यों आती है, तो बता दे कि हम जब भी कोई मूवमेंट करते हैं तो उसका फायदा उठाकर हमारा शरीर हीट जनरेट करता है, जिससे शरीर गर्म रहता है। यही कारण है कि जब गर्मियों के दिनों में हम एक्सर्साइज करते हैं तो हमें बहुत तेज गर्मी लगने लगती है, लेकिन बॉडी को तो अपना टैंप्रेचर फिक्स रखना होता है। इसलिए हमें तुरंत ही पसीना आने लगता है और गर्मी का असर शांत होने लगता है। यही प्रक्रिया सर्दी के मौसम में कंपकपी आने से जुड़ी है, जिसमें शरीर अपना तापमान बढ़ाने के लिए ऐसा करता है।

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गूजबंप्स आने की वजह

सर्दी के मौसम में या फिर बुखार के दौरान गर्मी के मौसम में, जब भी हमारे शरीर का तापमान कम होने लगता है तो बॉडी कांपने लगती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कंपकपी के दौरान हमारा शरीर हिलने लगता है और जब शरीर हिलता है तो बॉडी के अंदर हीट जनरेट होती है। कंपकपी के साथ में त्वचा की कोशिकाएं सिकुड़ने लगती हैं ताकि शरीर के अंदर जो हीट जनरेट हो रही है वो बाहर हवा में ना उड़ जाए। यही वजह है कि कंपकपी आने पर गूजबंप्स भी आ जाते हैं। यानी अगर आप अपने शरीर को हिलाकर खुद से एनर्जी जनरेट करके बॉडी टैंप्रेचर मेंटेन करने में शरीर की हेल्प नहीं करेंगे तो वह खुद भी यह काम आपको कंपकपी दिलाकर कर लेता है।

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