पुतिन के भारत दौरे के बाद इंदौर में पीतल के पन्नों पर उकेरा गया रूस का संविधान

पुतिन के भारत दौरे के बाद इंदौर में पीतल के पन्नों पर उकेरा गया रूस का संविधान

पुतिन के भारत दौरे के बाद इंदौर में पीतल के पन्नों पर उकेरा गया रूस का संविधान
Modified Date: December 24, 2025 / 03:15 pm IST
Published Date: December 24, 2025 3:15 pm IST

इंदौर (मध्यप्रदेश), 24 दिसंबर (भाषा) भारत और रूस की मजबूत दोस्ती के प्रति अनूठे तरीके से सम्मान जताने के लिए इंदौर में पीतल के पन्नों पर रूस का संविधान उकेरा गया है।

इस पहल को स्थानीय निवासी लोकेश मंगल ने अंजाम दिया है जो पीतल के पन्नों पर पुस्तकें छपवाने के लिए मशहूर हैं।

मंगल ने बुधवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘भारत और रूस पुराने मित्र हैं। मैंने दोनों देशों की मजबूत दोस्ती के सम्मान में रूस के संविधान को पीतल पर उकेरने का फैसला किया।’’

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उन्होंने बताया कि रूसी संविधान के अंग्रेजी संस्करण के नौ अध्यायों और 137 अनुच्छेदों को पीतल के 56 पन्नों पर उकेरा गया है और इस काम में आधा किलोग्राम पीतल लगा है।

मंगल ने बताया कि पीतल के पन्नों की इस किताब को कारीगरों ने आठ घंटे में मशीनों की मदद से तैयार किया है।

उन्होंने बताया कि वह रामायण, गीता और महाभारत जैसे ग्रंथों को भी पीतल के पन्नों पर छपवा चुके हैं।

मंगल ने कहा, ‘‘हिंदुओं की धार्मिक मान्यताओं में पीतल को शुभ माना जाता है। इसलिए मैं पीतल के पन्नों पर ग्रंथ तैयार कराता हूं।’’

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस महीने की शुरुआत में भारत का दो दिवसीय दौरा किया था। इस दौरान दोनों देशों ने व्यापार और आर्थिक संबंधों को प्रगाढ़ करने के नये कदमों की घोषणा की थी तथा स्वास्थ्य, गतिशीलता और लोगों के बीच आदान-प्रदान सहित कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए अलग-अलग समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे।

भाषा हर्ष मनीषा

मनीषा


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