Gwalior News: डॉ.अम्बेडकर के पुतले को जलाने का प्रयास और आपत्तिजनक नारेबाज़ी, चंद्रशेखर आजाद ने दी आंदोलन की चेतावनी
Gwalior News: भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने शोसल मीडिया में पोस्ट कर ग्वालियर में डॉ. भीमराव अम्बेडकर के पुतले को जलाने का प्रयास और उनके विरुद्ध की गई आपत्तिजनक नारेबाज़ी को लेकर कार्रवाई की मांग की है।
Gwalior News, image source: Madhyamam
- भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद की शोसल मीडिया में पोस्ट
- ग्वालियर में डॉ. भीमराव अम्बेडकर के पुतले को जलाने का प्रयास
- उनके विरुद्ध की गई आपत्तिजनक नारेबाज़ी
- दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
ग्वालियर: Gwalior News, भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने शोसल मीडिया में पोस्ट कर ग्वालियर में डॉ. भीमराव अम्बेडकर के पुतले को जलाने का प्रयास और उनके विरुद्ध की गई आपत्तिजनक नारेबाज़ी को लेकर कार्रवाई की मांग की है।
एक्स पर पोस्ट कर आजाद ने लिखा है कि ”ग्वालियर में भारतीय संविधान के निर्माता, आधुनिक भारत के शिल्पकार, शोषित-वंचितों, दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं के मुक्तिदाता, ज्ञान व चेतना के प्रतीक, विश्व-रत्न परम पूज्य बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी के पुतले को जलाने का प्रयास और उनके विरुद्ध की गई आपत्तिजनक नारेबाज़ी सिर्फ़ एक आपराधिक घटना नहीं, बल्कि संविधान, लोकतंत्र और सामाजिक न्याय को खुलेआम चुनौती देने का घिनौना षड्यंत्र है।”
Gwalior News, उन्होंने आगे लिखा कि “यह कृत्य उन नफरती और संविधान-विरोधी ताक़तों की पहचान उजागर करता है, जो आज भी बराबरी, भाईचारे और न्याय से डरती हैं। बाबा साहेब का अपमान दरअसल उन करोड़ों लोगों के आत्मसम्मान पर हमला है, जिन्हें संविधान ने इंसान की तरह जीने का हक़ दिया। यह देश की शांति भंग करने और समाज को बांटने की सुनियोजित कोशिश है।”
दोषी पर NSA की धाराओं में मुक़दमा दर्ज हो
उन्होंने आगे लिखा कि “हम @MP_MyGov से कठोर शब्दों में मांग करते हैं—दोषी पर NSA की धाराओं में मुक़दमा दर्ज हो,इस कृत्य के पीछे मौजूद साज़िश और संरक्षण की भी जांच हो, भविष्य में परम पूज्य बाबा साहेब और संविधान के अपमान की किसी भी कोशिश पर शून्य सहनशीलता दिखाई जाए। यदि अगले 72 घंटों के भीतर हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो 1 जनवरी को ग्वालियर पहुँचकर परम पूज्य बाबा साहेब और संविधान के सम्मान में शांतिपूर्ण, लोकतांत्रिक लेकिन निर्णायक जन-आंदोलन किया जाएगा। किसी भी अव्यवस्था की पूरी ज़िम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी। ”
ग्वालियर में भारतीय संविधान के निर्माता, आधुनिक भारत के शिल्पकार, शोषित-वंचितों, दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं के मुक्तिदाता, ज्ञान व चेतना के प्रतीक, विश्व-रत्न परम पूज्य बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी के पुतले को जलाने का प्रयास और उनके विरुद्ध की गई…
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) December 27, 2025
इन्हे भी पढ़ें:
- 8th Pay Commission: कर्मचारियों के सैलरी में पड़ेगा फिटमेंट फैक्टर का सीधा असर, कम होगा या ज्यादा? जानें जवाब
- Mehboob Ali Zaki : मैच शुरू होने से ठीक पहले टीम के कोच का निधन, तैयारी करवाते समय मैदान पर गिरे, क्रिकेट जगत में पसरा सन्नाटा!
- Banda News: घर में अकेली युवती से दुष्कर्म कर रहा था युवक, अचानक पहुंच गए परिजन, फिर जो हुआ हैरान कर देगा
- Akanksha Toppo Video: जमानत के बाद आकांक्षा टोप्पो ने फिर बनाया वीडियो, बोली- मौत से डर लग रहा…फिर भी नहीं हटाउंगी वीडियो, गिरफ्तारी को लेकर पूरी बातें बताई

Facebook



