संतोष मालविया, रायसेन:
Villagers Refused Elections: रायसेन जिले के सिलवानी विधानसभा का अंतिम गांव कोटा खजारी यूं तो यह गांव ग्राम पंचायत खमरिया में आता है। तकरीबन 200 मतदाता वाले इस गांव में लोग आज भी परेशान है। वजह यहां सड़क ना होना, बिजली की परेशानी, पुलिया नहीं बनने से आवागमन में दिक्कत होती है। ग्रामीणों के सब्र का पैमाना अब झलक चुका है और गांव के अंदर जाने वाली सड़क पर एक हाथ से लिखित बोर्ड टांग दिया उसमें साफ लिखा गया है।
ग्रामीण हो रहे परेशान
इस गांव में कोई भी पार्टी चुनाव प्रचार हेतु ना आये आखिर क्यों ? ग्रामीणों को ऐसा करने मजबूर होना पड़ा उसकी वजह भी साफ है । पूर्व पीडब्लूडी मंत्री रहे और वर्तमान में सिलवानी से विधायक रामपाल सिंह राजपूत ने इस गाँव में पहुंचने के लिए सड़क निर्माण और पुलिया निर्माण नहीं कराया जिसकी वजह से ग्रामीण परेशान होते हैं। बारिश में जंगली रास्ता होने की वजह से नालो पर पानी आ जाता है । ऐसे में अगर कोई बीमार हो जाये तो उसे खाट पर लेटा कर ले जाना पड़ता है और यह समस्या गांववासियों की आज से नहीं है पिछले एक दशक से बनी हुई है।
Villagers Refused Elections: ग्रामीणों का कहना है कि हमने रात में कभी उजाले में खाना नहीं खाया दरअसल लाइट आधी रात के बाद आती है और राशन लेने दूसरे गांव जाना पड़ता है। यूं तो पीडब्लूडी मंत्री रहते रामपाल सिंह के बीते कार्यकाल में सिलवानी विधानसभा क्षेत्र में सड़कों का जाल बिछा हुआ है, लेकिन इस आदिवासी बाहुल्य गांव में सड़क और मूलभूत सुविधाएं क्यों छोड़ी यह प्रश्न बना हुआ है।