Bhopal News: राजधानी के पब और क्लब में रंगीन होती रातें! नशे में चूर युवक-युवतियां, क्राइम ब्रांच की कड़ी नजर, अब होगा पुलिस वेरिफिकेशन

Bhopal News: राजधानी के पब और क्लब में रंगीन होती रातें! नशे में चूर युवक-युवतियां, क्राइम ब्रांच की कड़ी नजर, अब होगा पुलिस वेरिफिकेशन

  • Reported By: Harpreet Kaur

    ,
  •  
  • Publish Date - August 4, 2025 / 08:40 PM IST,
    Updated On - August 4, 2025 / 08:53 PM IST

Bhopal News/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • नाइट लाइफ पर क्राइम ब्रांच की कड़ी नजर,
  • क्लब-पब बने नशे का अड्डा,
  • अब पुलिस की सख्ती शुरू,

भोपाल: Bhopal News:  राजधानी भोपाल की राते अब मुंबई और दिल्ली की तर्ज पर जगमगाने लगी हैं। जैसे-जैसे रात गहराती है, शहर के नाइट क्लब और पब युवाओं की रंगीन मस्ती के अड्डे बन जाते हैं। तेज़ म्यूज़िक, जगमगाती लाइट्स और नशे की गिरफ्त में डूबते युवक-युवतियाँ… लेकिन अब भोपाल पुलिस ने इस चकाचौंध भरी रात की हकीकत से पर्दा उठाना शुरू कर दिया है।

Read More : किरायेदार ने मकान मालकिन और बेटी का अश्लील वीडियो किया वायरल, ऐसे हुआ खुलासा की जानकर पुलिस भी रह गई दंग

Bhopal News:  क्राइम ब्रांच की हालिया कार्रवाई से शहर में हड़कंप मच गया है। MD ड्रग्स तस्कर यासीन की रिमांड के दौरान मिले इनपुट के आधार पर खुलासा हुआ है कि भोपाल के कई क्लब और पब, नशे के सौदागरों के सुरक्षित अड्डे बन चुके हैं। ये तस्कर पहले क्लबों में नशे की खपत करवाते हैं और फिर वहीं से अपनी डिलीवरी नेटवर्क को आगे बढ़ाते हैं। कई बार नशे की ये पार्टीज़ शहर के फ्लैट्स या फार्म हाउस तक जा पहुंचती हैं।

Read More : हाईवे पर ‘पुष्पा 2’ स्टाइल में खतरनाक स्टंट, युवक के इस कारनामे से मचा हड़कंप, फिर पुलिस ने कर दी ये बड़ी कार्रवाई

Bhopal News:  DCP क्राइम ब्रांच शैलेन्द्र सिंह चौहान के मुताबिक अब शहर के सभी क्लब और पब संचालकों को नोटिस जारी किए जा चुके हैं। इन क्लबों में काम करने वाले हर कर्मचारी चाहे वह मैनेजर हो, बाउंसर, बारटेंडर या फिर कोई अन्य स्टाफ सभी का पुलिस वेरिफिकेशन अनिवार्य कर दिया गया है। इसके अलावा, किसी भी आयोजन या पार्टी से पहले क्लब संचालकों को क्राइम ब्रांच से अनुमति लेना भी जरूरी होगा। जांच में सामने आया है कि इन क्लबों और पबों में केवल नशा ही नहीं, बल्कि संगठित गिरोहों की बुनियाद रखी जाती है। यही से युवा धीरे-धीरे एक ऐसे जाल में फंसते हैं, जहाँ से निकलना बेहद मुश्किल हो जाता है। यह गैंग न सिर्फ नशे का धंधा करता है, बल्कि युवाओं को अपराध की दुनिया में भी धकेल देता है।

 

"भोपाल क्लबों में ड्रग्स" से जुड़े कौन-कौन से क्लब चिन्हित किए गए हैं?

क्राइम ब्रांच ने फिलहाल जिन क्लबों और पबों पर संदेह है, उन्हें नोटिस जारी किए हैं। जांच जारी है और नामों का खुलासा जांच पूरी होने पर किया जाएगा।

"भोपाल क्लबों में पुलिस वेरिफिकेशन" अब अनिवार्य क्यों किया गया है?

क्योंकि कई क्लबों में नशे और अवैध गतिविधियों के लिए जगह दी जा रही थी। इसलिए अब हर कर्मचारी जैसे बाउंसर, बारटेंडर, मैनेजर आदि का पुलिस वेरिफिकेशन अनिवार्य है।

"भोपाल नाइट क्लब्स में नशा" कैसे पहुंचता है?

जांच में सामने आया है कि ड्रग्स तस्कर पहले क्लब में खपत बढ़ाते हैं और फिर नेटवर्क बनाकर सप्लाई शुरू करते हैं। ये खपत बाद में फ्लैट्स और फार्म हाउस तक भी फैलती है।

क्या "भोपाल क्लबों में पार्टी" के लिए अब पुलिस की अनुमति जरूरी है?

हाँ, अब किसी भी आयोजन या पार्टी से पहले क्लब संचालकों को क्राइम ब्रांच से पूर्व अनुमति लेना अनिवार्य कर दिया गया है।

"भोपाल ड्रग्स केस" में अब तक क्या कार्रवाई हुई है?

MD ड्रग्स तस्कर यासीन की रिमांड से बड़े इनपुट मिले हैं। कई क्लब और तस्करों की पहचान हुई है और जांच के आधार पर आगे सख्त कार्रवाई की जा रही है।