bribe in government भोपाल: राजधानी भोपाल में चल रही अग्निवीर सेना भर्ती रैली में शामिल होने आए युवक को सेना के अफसरों ने संदिग्ध मानकर पकड़ लिया, अब तक उस पर कोई दोष सिद्ध नहीं हुआ है। पकड़े जाने के बाद दावा किया गया था कि युवक रैली का वीडियो बनाने के साथ ही अभ्यर्थियों से सिलेक्शन के बदले 25 हजार रुपए मांग रहा था। कहा गया कि तलाशी और उसके सामान की जांच में युवक के पाकिस्तान से कॉन्टैक्ट्स मिले हैं। साथ ही ड्रग तस्करी से जुड़े होने की भी आशंका है। शक है कि युवक अभ्यर्थियों को ड्रग्स सप्लाई कर रहा था। उसे जहांगीराबाद पुलिस के हवाले कर दिया गया।
bribe in government वहीं, पूछताछ और सभी जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने उसे निर्दाेष बताया है। पुलिस का कहना है कि उसके पास संदिग्ध चीज नहीं मिली है। युवक की पहचान बैरागढ़ के रहने वाले मनीष मेवाड़ा के रूप में हुई है। पूछताछ में पता चला है कि मनीष का चचेरा भाई 29 अक्टूबर को मोती लाल नेहरू ग्राउंड में चल रही भर्ती रैली में शामिल होने आया था। उसकी दौड़ देखने के लिए मनीष भी साथ आ गया। वह दौड़ देख रहा था, तभी शक होने पर उसे पकड़ लिया। अधिकारियों ने दावा कर दिया कि युवक भर्ती के दौरान वीडियो बना रहा थाए जबकि मनीष खुद भर्ती में शामिल होने वाला अभ्यर्थी है।
bribe in government उसकी सोमवार को परीक्षा है। इससे पहले मिलिट्री ने उसे संदिग्ध मानकर पकड़ लिया। डीसीपी क्राइम अमित कुमार सिंह का कहना है फिलहाल इस पूरे मामले की तहकीकात जारी है। अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। लेकिन ऐसा संदिग्ध कुछ नहीं है, जिसको लेकर सवाल खड़े हों।
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