Face to Face Madhya Pradesh: लाडली की गुहार.. इज्जत तार-तार और कितनी बार? मध्यप्रदेश में रेप और क्राइम से उठने लगे गंभीर सवाल
आज आवश्यकता है कि हम सब मिलकर महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाएं। सिर्फ बहस और राजनीति से कुछ हासिल नहीं होगा। कानून को सख्त बनाना होगा, सोच को बदलना होगा और समाज को महिलाओं के प्रति संवेदनशील बनाना होगा।
Face to Face Madhya Pradesh IBC24 News
Face to Face Madhya Pradesh IBC24 News : भोपाल: मध्यप्रदेश एक बार फिर डराने वाली घटनाओं से कांप उठा है। अलग-अलग इलाकों, शहरों और तबकों की बेटियों के साथ हो रहे अत्याचारों ने समाज को झकझोर कर रख दिया है। सवाल खड़ा होता है, आखिर मध्यप्रदेश में यह क्या हो रहा है? क्यों बेटियां सुरक्षित नहीं हैं? क्यों कानून का डर खत्म हो गया है? और क्यों अपराधियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं? इन ज्वलंत मुद्दों पर आज हम खास मेहमानों के साथ चर्चा करेंगे।
सीएम मोहन यादव का दावा और हकीकत
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का दावा है कि उनकी सरकार बनने के बाद महिलाओं और बालिकाओं पर अत्याचारों में कमी आई है। लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। हाल ही में घटी घटनाएं इस दावे को झुठलाने के लिए काफी हैं।
Face to Face Madhya Pradesh IBC24 News : आज ही तीन अलग-अलग जगहों से दुष्कर्म की खबरें आई हैं। पहली घटना भोपाल की है, जहां रविन्द्र भवन की पार्किंग में एक आदिवासी नाबालिग से दुष्कर्म हुआ। दूसरी घटना जबलपुर के पाटन क्षेत्र की है, जहां 15 साल की नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया गया। तीसरी घटना मुरैना की है, जहां एक महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। ये घटनाएं बताती हैं कि प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा की स्थिति दयनीय बनी हुई है।
भोपाल और शिवपुरी की दिल दहला देने वाली घटनाएं
27 फरवरी को भोपाल में एक दिल दहला देने वाली वारदात घटी, जिसे प्रदेश के इतिहास में काले अक्षरों में लिखा जाएगा। एक 5 साल की मासूम बच्ची को 60 साल के दरिंदे ने अपनी हवस का शिकार बनाया। पीड़िता अपने दो छोटे भाइयों के साथ नानी के घर में रहती थी, जबकि उसके माता-पिता मजदूरी के लिए मुंबई गए हुए थे। शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
Face to Face Madhya Pradesh IBC24 News : इसके अलावा, 23 फरवरी को शिवपुरी में हुई दरिंदगी ने पूरे समाज को शर्मसार कर दिया। एक आरोपी ने 5 साल की मासूम बच्ची से दुष्कर्म के बाद उसे दीवार पर पटक दिया। उसके प्राइवेट पार्ट को बुरी तरह क्षतिग्रस्त किया, जिसके चलते डॉक्टरों को उसे 28 टांके लगाने पड़े। यह घटना इंसानियत को झकझोर कर रख देने वाली है।
सुरक्षा और सियासत पर सवाल
हाल के दिनों में घटी कई और घटनाओं ने समाज की सोच और संवेदनशीलता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विपक्ष जहां सरकार को घेर रहा है, वहीं भाजपा भी कांग्रेस के कार्यकाल की घटनाओं को याद दिला रही है। हर गंभीर मुद्दे की तरह, इस संवेदनशील मामले में भी सियासत हो रही है। लेकिन सवाल यह है कि क्या सियासत से इन घटनाओं पर रोक लगाई जा सकती है?
समाज और सरकार दोनों की जिम्मेदारी
Face to Face Madhya Pradesh IBC24 News : मध्यप्रदेश में बढ़ते अपराधों को रोकने के लिए सख्त कानून लागू करने की जरूरत है। पुलिस व्यवस्था को मजबूत किया जाना चाहिए और अपराधियों को त्वरित सजा दिलाने के लिए न्याय प्रणाली को प्रभावी बनाना होगा। लेकिन यह सिर्फ सरकार की ही नहीं, बल्कि समाज की भी जिम्मेदारी बनती है कि वह अपनी सोच बदले और महिलाओं को सम्मान व सुरक्षा प्रदान करने में योगदान दे।
आज आवश्यकता है कि हम सब मिलकर महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाएं। सिर्फ बहस और राजनीति से कुछ हासिल नहीं होगा। कानून को सख्त बनाना होगा, सोच को बदलना होगा और समाज को महिलाओं के प्रति संवेदनशील बनाना होगा।

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