Government Funding for Gaushalas/ image source: RavindraBhati__ x handle
Government Funding for Gaushalas: भोपाल: मध्यप्रदेश: भोपाल में मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित अभिनंदन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विभिन्न सामाजिक और सांस्कृतिक योजनाओं को लेकर महत्वपूर्ण घोषणाएँ की।
Government Funding for Gaushalas: मुख्यमंत्री ने कहा कि जो भी नागरिक गौशाला चलाएगा, उसका खर्चा सरकार उठाएगी। इसके साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार गोपालन और पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए हर संभव मदद करेगी, ताकि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में गाय पालन और कृषि-आधारित आर्थिक गतिविधियों को प्रोत्साहन मिल सके।
Government Funding for Gaushalas: मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि पशुपालन केवल धार्मिक या सांस्कृतिक दृष्टि से नहीं, बल्कि आर्थिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है और राज्य सरकार इसे हर संभव सहायता के साथ बढ़ावा देगी।
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने अयोध्या में भगवान राम के जन्मस्थान से संबंधित सुप्रीम कोर्ट के फैसले का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय पूरी तरह से शांतिपूर्ण और व्यवस्थित ढंग से लागू हुआ, जिसमें कोई नुकसान नहीं हुआ और धूमधाम के साथ भूमिपूजन और मंदिर का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के माध्यम से किया गया। मुख्यमंत्री ने इस संदर्भ में कहा कि अयोध्या, काशी और अवंतिका जैसे धार्मिक और ऐतिहासिक स्थानों का महालोक पूरे देश के गौरव को दर्शाता है। उन्होंने कांग्रेसी आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि जो उनके पूर्वज नहीं कर पाए, वह अब किया जा रहा है।
डॉ. मोहन यादव ने अपने संबोधन में मध्यप्रदेश के ऐतिहासिक और गौरवशाली अतीत का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि राजा भोज, विक्रमादित्य और सम्राट अशोक जैसे महान विभूतियों के नाम पर भोपाल में शहर के द्वार बनाए जाएंगे। उज्जैन से आने वाले यात्रियों के लिए विक्रमादित्य द्वार, नर्मदापुरम से आने वालों के लिए राजभोज द्वार और विदिशा से आने वालों के लिए सम्राट अशोक द्वार बनाए जाएंगे। इसके अलावा, धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए भगवान राम और भगवान कृष्ण के नाम पर भी द्वार बनाए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि दिवाली केवल दीपों का त्योहार नहीं है, बल्कि रावण वध के दिन से शुरू होने वाली दिवाली राम के धर्म और आदर्श का प्रतीक है, जो अंधकार पर प्रकाश की जीत का संदेश देती है।