To stop deforestation in the forests, the tribals came to surround the collectorate with bags and bedding
बुरहानपुर। जिले के नेपानगर वनपरिक्षेत्र के जंगलों में वन कटाई रोकने को लेकर आदिवासियों ने बुधवार दोपहर 12 बजे से कलेक्ट्रेट का घेराव कर रखा है। रात में भी आदिवासी कलेक्ट्रेट परिसर में जहां जगह मिली वहां पर सोये हुए थे। माना जा रहा है कि जिले में ये अब तक का सबसे लंबा आंदोलन है।
बुरहानपुर जिले के जंगलों में वन कटाई को रोकने को लेकर बुधवार दोपहर 12 बजे से आदिवासियों ने कलेक्ट्रेट का घेराव कर दिया है। वन काटने वाले अतिक्रमणकारीयों पर कार्रवाई की जिद पर अड़े आदिवासी रात में भी कलेक्ट्रेट परिसर में ही भूखे प्यासे सोये हुए हैं, वहीं कलेक्ट्रेट परिसर में जगह-जगह सोये हुए इन आदिवासियों की सुध लेने के लिए ना तो कोई भी पार्टी का नेता आए और ना ही कोई अधिकारी।
आपको बता दे कि नेपानगर वनपरिक्षेत्र के घाघरला और इससे लगे जंगलों में वनों की अंधाधुंध कटाई जारी है, जिस कारण हजारों एकड़ जंगल मैदान में तब्दील होते चला जा रहा। अन्य जिलों के लोग आकर जंगल में वनों की अंधाधुंध कटाई कर रहे है वन कटाई रोकने को लेकर ही जागृत आदिवासी दलित संगठन के नेतृत्व में हजारों आदिवासियों ने कलेक्ट्रेट का घेराव कर रखा है।आदिवासियों ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि जब तक वन काटनेवाले अतिक्रमणकारियों पर पुख्ता कार्रवाई नहीं होती है जब तक कलेक्ट्रेट का घेराव जारी रखेंगे कोई भी यहां से नहीं जायेगा। IBC24 से दिलीप बंटी नागोरी की रिपोर्ट