Reported By: Arun Mishra
,Datia News/Image Source: IBC24
दतिया: Datia News: वैसे तो मां को ममता की मूर्ति कहा जाता है और कहा जाता है कि माता कुमाता नहीं होती, किंतु इसके ठीक विपरीत दतिया जिले के सेवढ़ा थाना क्षेत्र के ग्राम दरियापुर में एक घटना सामने आई। इंदल सिंह कुशवाहा को किसी मासूम बच्ची के रोने की आवाज सुनाई दी। बाहर निकलने पर उन्होंने देखा कि कुछ कपड़ों में लिपटी लगभग 15 दिन की एक मासूम बच्ची बिलख रही थी।
इंदल के हृदय में मासूम के प्रति प्रेम उमड़ा और उनका दिल पिघल गया। इंदल ने बच्ची को उठाकर अपने घर ले आए। बच्ची पूर्णतः स्वस्थ है। इंदल उसे अपने पास रखना चाहते थे, लेकिन तमाम सवालों और कानूनी प्रक्रियाओं के मद्देनजर प्रशासन ने नवजात को शिशु गृह में रखना उचित समझा। फिलहाल, बच्ची को चिकित्सकीय देखरेख में रखा गया है। सेवढ़ा थाना क्षेत्र के ग्राम दरियापुर में शुक्रवार सुबह लगभग 5:00 बजे एक अज्ञात नवजात बच्ची बरगद के पेड़ के पास छोड़ी गई। इंदल सिंह कुशवाहा ने रोने की आवाज सुनकर बच्ची को सड़क किनारे पड़ा पाया।
Datia News: गांव के लोगों के सहयोग से बच्ची को चारपाई पर सुरक्षित रखा गया और पुलिस को सूचना दी गई। इंदल सिंह ने बताया कि उन्होंने बच्ची को उठाकर अपनी पत्नी के पास ले जाकर पालने की कोशिश की। ग्रामवासियों ने भी पंचनामा बनाकर पुलिस को सूचना दी। इंदल सिंह कुशवाहा का कहना है कि यदि प्रशासन की अनुमति मिली तो बच्ची का पालन-पोषण उनके घर पर किया जाएगा। गांव के सैकड़ों लोग उनकी इस नेक पहल से प्रभावित होकर बच्ची की देखभाल में मदद करने को तैयार हैं।