Khargone News: करंट लगने से हुई बिजली कर्मचारी की मौत, परिजनों ने थाने और हाइवे पर किया प्रदर्शन, अधिकारियों पर लगाए गंभीर आरोप
Khargone News: खरगोन जिले में बिजली के पोल पर कार्य के दौरान करंट लगने से एक 32 वर्ष आउटसोर्स कर्मचारी रामलाल सिसोदिया की मौत हो गई।
Khargone News/ Image Credit: IBC24 News
- खरगोन जिले में बिजली के पोल पर कार्य के दौरान करंट लगने से एक 32 वर्ष आउटसोर्स कर्मचारी रामलाल सिसोदिया की मौत हो गई।
- परिजनों और ग्रामीणों ने मृतक कर्मचारी का शव थाने के सामने रखकर जमकर प्रदर्शन किया।
- उसके बाद आज सुबह आक्रोशित परिजन और ग्रामीण मृतक कर्मचारी का शव लेकर 70 किलोमीटर दूर से खरगोन कलेक्टर कार्यालय लेकर पहुंच गए।
खरगोन: Khargone News: मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के लाईखेड़ी में मंगलवार की देर शाम को बिजली के पोल पर कार्य के दौरान करंट लगने से एक 32 वर्ष आउटसोर्स कर्मचारी रामलाल सिसोदिया निवासी बागदरी की मौत हो गई। इसके बाद बीती देर रात को परिजनों और ग्रामीणों ने मृतक कर्मचारी का शव थाने के सामने रखकर जमकर प्रदर्शन किया। उसके बाद आज सुबह आक्रोशित परिजन और ग्रामीण मृतक कर्मचारी का शव लेकर 70 किलोमीटर दूर से खरगोन कलेक्टर कार्यालय लेकर पहुंच गए।
मृतकों ने शव रखकर किया चक्काजाम
Khargone News: मृतक के परिजनों ने कलेक्टर कार्यालय के मुख्य गेट के सामने रखने के बाद अधिकारियों का आश्वासन नहीं मिलने के बाद शव को चित्तौड़गढ़ भुसावल हाइवे पर रखकर जमकर प्रदर्शन कर उचित मुआवजे,परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी सहित आजीवन पेंशन ओर बच्चों की पढ़ाई की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए।
घटना को देखते हुए खरगोन,मेनगांव,सहित आसपास थाने का भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया। इस दौरान संयुक्त कलेक्टर हेमलता सोलंकी, प्रदीप अगस्या और SDOP राकेश आर्य ने पीड़ित परिवार से लंबी चर्चा की, लेकिन परिवार अपनी मांगों पर अड़े रहे। इस दौरान दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लगी रही। जिसके बाद रूट को डायवर्ट किया।
परिजनों ने लगाए आरोप
Khargone News: परिजनों का आरोप है कि हादसे के बाद मृतक रामलाल को तड़पता छोड़ मौके से सभी साथी कर्मचारी भाग गए। ग्रामीण रामलाल को इलाज के लिए खंडवा जिले के पंधाना ले गए। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों का आरोप है कि यह हादसा बिजली विभाग की लापरवाही से हुआ। उनका कहना था कि शिवना ग्रिड के सहायक यंत्री से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनका मोबाइल बंद मिला।
जिसके बाद परिजन शव लेकर जिला मुख्यालय लेकर पहुंच गए। करीब तीन घंटे तक चले चक्काजाम के बाद अपर कलेक्टर रेखा राठौर द्वारा पीड़ित परिवार को रेडक्रास से एक लाख रूपये का चेक ओर अंत्येष्टि के लिए 15 हजार रुपए देने के बाद चक्काजाम समाप्त हुआ। जिसके बाद परिजन शव लेकर रवाना हुए। अपर कलेक्टर रेखा राठौर का कहना है कि शासन की और से पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दिलाया जाएगा।

Facebook



