Shivraj Singh On Mallikarjun Kharge : पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने मल्लिकार्जुन खरगे पर साधा निशाना, कहा- ‘सच्चाई कड़वी तो होती है लेकिन सुननी चाहिए’
Shivraj Singh On Mallikarjun Kharge: शिवराज सिंह ने कहा कि खड़गे जी, सच्चाई कड़वी तो होती है लेकिन सुननी चाहिए।
Shivraj Singh Ka Shayrana Andaaz
Shivraj Singh On Mallikarjun Kharge : भोपाल। मध्य प्रदेश के धार में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी पर हमला करते हुए कहा पीएम मोदी की गारंटी थी.. हर साल 2 करोड़ नौकरियां दूंगा,सभी के खाते में 15 लाख रुपए डालूंगा,किसानों की आमदनी दोगुनी करूंगा, किसानों को एमएसपी दूंगा, लेकिन किया कुछ भी नहीं, क्योंकि मोदी ‘झूठों के सरदार’ हैं। इस पर मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने करारा जवाब दिया है।
खड़गे जी, सच्चाई कड़वी तो होती है लेकिन सुननी चाहिए।
राहुल जी और आपके नेतृत्व में कांग्रेस चुनाव पर चुनाव हारती चली गयी। थोड़ा उँगलियों पर हिसाब लगाइए 2013 से अब तक कांग्रेस लगभग 50 से अधिक चुनाव हार चुकी है। कई पुराने मुख्यमंत्री, बड़े नेता कांग्रेस छोड़ चुके हैं, उँगलियों पर…
— Shivraj Singh Chouhan (मोदी का परिवार ) (@ChouhanShivraj) March 6, 2024
शिवराज सिंह ने कहा कि खड़गे जी, सच्चाई कड़वी तो होती है लेकिन सुननी चाहिए। राहुल जी और आपके नेतृत्व में कांग्रेस चुनाव पर चुनाव हारती चली गयी। थोड़ा उँगलियों पर हिसाब लगाइए 2013 से अब तक कांग्रेस लगभग 50 से अधिक चुनाव हार चुकी है। कई पुराने मुख्यमंत्री, बड़े नेता कांग्रेस छोड़ चुके हैं, उँगलियों पर हिसाब लगाते रहिए, कहीं ऐसा न हो कि उँगलियों पर गिनने लायक ही नेता पार्टी में बचें।
खड़गे जी, अब आप ही बताइए कि राहुल जी और आप दोनो मिलकर महात्मा गांधी जी के कथन “आजादी के बाद कांग्रेस को समाप्त कर देना चाहिए” की पूर्ति कर रहे हैं या नहीं ?
आपने, आपकी पार्टी ने और आपके नेताओं ने कभी जनभावनाओं का सम्मान नहीं किया। जब सारा देश रामलला की भक्ति में डूबा था, तब कांग्रेस ने श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के आमंत्रण को अस्वीकार किया था। सनातन धर्म और प्रभु श्रीराम से विद्वेष ही आपकी पार्टी के रसातल में जाने का कारण है। भारतीय जनता पार्टी एक परिवार है जो खुद के लिए नहीं, अंत्योदय की भावना के साथ समाज सेवा का काम करती है और यही सेवा का भाव भारतीय जनता पार्टी के हर कार्यकर्ता को अलग बनाता है।

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