दमोहः मध्यप्रदेश के दमोह जिले में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सरकारी स्कूलों में नौकरी करने का बड़ा मामला सामने आया है। यहां 24 शिक्षक फर्जी दस्तावेजों के आधार पर शिक्षक की नौकरी कर रहे थे। मामले की शिकायत पर जांच हुई तो इस पूरे मामले का खुलासा हुआ। अब इन लोगों पर एक्शन भी शुरू होने वाला है। DEO ने FIR दर्ज करने SP को आवेदन भेजा है। कलेक्टर ने मामले की जानकारी दी है।
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बता दें कि बीतें दिनों इस पूरे मामले की शिकायत हुई थी, जिसके बाद जांच की गई तो अंकसूचियों और शैक्षणिक दस्तावेजों में गंभीर गड़बड़ी पाई गई। जुड़वां बहनों की एक जोड़ी ने एक ही नाम और एक ही अंकसूची का उपयोग कर अलग-अलग स्कूलों में नौकरी कर ली। दोनों ने 18-18 साल तक नौकरी की और 80-80 लाख रुपए से अधिक वेतन भी ले लिया। अब इस पूरे मामले में कार्रवाई की तैयारियां की जा रही है।
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जिले के कलेक्टर से मिली जानकारी के मुताबिक जिला शिक्षा अधिकारी ने नाम सहित फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी कर रहे 24 लोगों का नाम एसपी को भेजा है। उन्होंने इन सभी एफआईआर करने के निर्देश दिए हैं।
दमोह जिले में फर्जी शिक्षक मामले में कितने लोग शामिल थे?
दमोह जिले में 24 लोग फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सरकारी स्कूलों में नौकरी कर रहे थे।
इस मामले का खुलासा कैसे हुआ?
इस मामले की शिकायत मिलने के बाद जांच की गई, जिसमें अंकसूचियों और शैक्षणिक दस्तावेजों में गंभीर गड़बड़ी पाई गई, जिससे फर्जी शिक्षकों का खुलासा हुआ।
जुड़वां बहनों ने किस तरह से नौकरी की?
जुड़वां बहनों ने एक ही नाम और अंकसूची का उपयोग करके अलग-अलग स्कूलों में नौकरी की और 18-18 साल तक वेतन लिया, जो कि 80-80 लाख रुपए से अधिक था।
इस मामले में क्या कार्रवाई की जा रही है?
जिला शिक्षा अधिकारी ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी करने वाले 24 लोगों के नाम एसपी को भेजे हैं, और FIR दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं।
कलेक्टर ने इस मामले पर क्या जानकारी दी?
कलेक्टर ने मामले की जानकारी दी और बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी ने फर्जी शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए आवेदन भेजा है।