दतिया: Fulfilled the last wish एक बेटी ने अपने पिता का अंतिम संस्कार किया। दरअसल पिता की अंतिम इच्छा थी कि अंतिम संस्कार बेटी करे, क्योकि उनको कोई बेटा नहीं था। बुंदेला कॉलोनी निवासी राजेंद्र शाक्य की बीमारी की वजह से मृत्यु हो गई, जिसके बाद उनकी इकलौती बेटी दिव्या ने उन्हें मुखाग्नि दी।
Fulfilled the last wish 14 साल की दिव्या ने बताया कि मैं अपने पिता की इकलौती बेटी हूं, मेरा कोई भाई नहीं है। इसलिए पिता की इच्छा का सम्मान करते हुए मैंने उनका अंतिम संस्कार किया। मुक्तिधाम में जब दिव्या अपने पिता को आग दे रही थी उस वक्त वहां मौजूद लोगों की आंखें भी नम हो गई।
बिहार की चार लोकसभा सीटों पर 48.23 प्रतिशत मतदान
6 hours agoखरगे ने मोदी को संविधान बदलने की बात करने वाले…
7 hours ago