इंदौरः Indore Contaminated Water Case मध्यप्रदेश के इंदौर में भागीरथपुरा क्षेत्र में दूषित पानी से हुई मौत के मामले में बड़ा एक्शन लिया गया है। इस घटना के बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए प्रशासन दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। जबकि एक अधिकारी की सेवा समाप्त कर दी गई है। इसके साथ ही मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच समिति भी गठित की गई है।
Indore Contaminated Water Case मिली जानकारी के अनुसार जिन अधिकारियों को निलंबित किया गया है, उनमें जोनल अधिकारी जोन 4 शालिग्राम शितोले और प्रभारी सहायक यंत्री पीएचई योगेश जोशी शामिल है। वहीं प्रभारी उपयंत्री पीएचई शुभम श्रीवास्तव की सेवा समाप्त कर दी गई है। तीन सदस्यों की जांच समिति बनाई गई है। इसके अध्यक्ष आईएएस नवजीवन पंवार होंगे। समिति में सुपरिटेंडेंट इंजीनियर प्रदीप निगम और मेडिकल कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. शैलेश राय को भी शामिल किया गया है।
बता दें कि देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर के भागीरथपुरा में दूषित पानी पीने से कई लोगों की मौत हो गई है। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने पहुंचे, जहां उन्होंने हालात का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस घटना में 2 से 3 लोगों की मौत की जानकारी सामने आ रही है।
इंदौर में भागीरथपुरा क्षेत्र में दूषित पानी से हुई मौतों को लेकर सीएम मोहन यादव ने दुख जताया है और मुआवजे का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मृतकों के परिजन को 2-2 लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। इसके साथ ही उपचाररत मरीजों के इलाज का पूरा खर्च सरकार वहन करेगी।