Reported By: Nasir Gouri
,ग्वालियर: BJP Suspended Leaders टिकट वितरण के बाद अंसतुष्ट नेताओं से दोनों ही दल आखिरी तक जूझते रहे, लेकिन अब कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही दलों ने अपने-अपने बागी नेताओं पर एक्शन लेना शुरू कर दिया है। ताकि मतदान से पहले बागियों के प्रभाव को कम किया जा सके।
BJP Suspended Leaders टिकट वितरण के बाद एमपी में दोनों ही पार्टियों में उपजे असंतोष की तस्वीर आप तक पहुंच ही चुकी थी। नाम वापसी और बागियों की मनाने की सारी कोशिशें अब खत्म हो चुकी है और कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियों ने बगावती तेवर दिखाने वाले नेताओं पर कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
ग्वालियर-चंबल इलाके में बीजेपी ने 6 नेताओं को पार्टी ने निष्कासित कर दिया है। इसमें से पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह, राकेश सिंह, पूर्व विधायक मुन्ना सिंह भदौरिया, पूर्व विधायक रसाल सिंह, ममता मीणा और बिहारी सिंह सोलंकी निष्कासित कर दिए गए हैं। पूरे प्रदश की बात करें तो प्रदेश से 35 बीजेपी नेताओं को निष्कासित किया गया।
ये वो नेता जिन्हें मनाने के लिए ग्वालियर में गृहमंत्री अमित शाह तक ने पहल की थी। यही कार्रवाई कांग्रेस ने भी की है। कांग्रेस ने भी अपने 39 बागियों को प्रदेश की राजनीति से 6 साल के लिए निष्काषित कर दिया है।
यानी बागी नेताओं पर दोनों ही पार्टी सख्त रही क्योंकि मतदान से पहले ऐसे नेताओं पर कार्रवाई कर सियासी दल, उन इलाकों में बागियों के प्रभाव को कम करना चाहते हैं। लेकिन बागी इस बार के चुनाव में कितना समीकरण बदलेंगे ये तो 3 दिसंबर को ही साफ हो सकेगा।