Hatta News: 12वीं की छात्रा के साथ मौसा करता था ये काम, तंग आकर उठा लिया ये खौफनाक कदम, सुसाइड नोट में बताई अपनी आपबीती

12वीं की छात्रा के साथ मौसा करता था ये काम, तंग आकर उठा लिया ये खौफनाक कदम, Hatta News: Troubled by her uncle's harassment, young woman committed suicide

Hatta News: 12वीं की छात्रा के साथ मौसा करता था ये काम, तंग आकर उठा लिया ये खौफनाक कदम, सुसाइड नोट में बताई अपनी आपबीती

Uttar Pradesh News. Image Source- IBC24


Reported By: Naresh Mishra,
Modified Date: October 5, 2025 / 12:01 am IST
Published Date: October 4, 2025 6:34 pm IST

हटाः Hatta News:  आधुनिकता के इस दौर में इंसान अपनों से दूर होता जा रहा है। पहले जहां रिश्ते भावनाओं और समझदारी पर टिके होते थे, वे अब बहुत कम देखने को मिल रहे हैं। लोग तो अब अपनों के साथ ही गलत काम को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे ही एक मामला मध्यप्रदेश के हटा जिले से सामने आया है। यहां 12वीं की एक छात्र ने अपने मौसा की हरकतों से तंग आकर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। युवती के पास से पुलिस ने एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है, जिसमें उसने अपने मौसा पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है।

मिली जानकारी के अनुसार पूरा मामला हटा थाना क्षेत्र के एक गांव का है। युवती के पिता पुताई का काम करने के लिए गया हुआ था। उसी दौरान उसके बेटे का फोन आया और उसने बताया कि दीदी ने फांसी लगा ली है। जब वह घर पहुंचा तो बेटी जमीन पर पड़ी थी, उसकी सांस चल रही थी। उसे लेकर अस्पताल के लिए रवाना हुए, लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई। युवती के पास सुसाइड नोट मिला है, जिसमें बच्ची के मौसिया गुप्पू उर्फ गोपाल लोधी पर छेड़खानी कर बदनाम करने का आरोप है। परिजनों की शिकायत के बाद हटा थाना प्रभारी धर्मेंद्र उपाध्याय ने बताया कि पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

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 सुसाइड नोट में युवती ने लिखी ये बात

Hatta News:  छात्रा ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है- पापा मुझे माफ कर देना। आप सबसे हम कभी दूर नहीं जाना चाहते थे, लेकिन सिर्फ उस इंसान के पीछे मैं यह कदम उठा रही हूं। वह इंसान है गुप्पू मेरा मौसिया भी। छोड़ना मत पापा उसे, सजा दिलवाना। आपकी बेटी का आखिरी बार यही कहना है, ताकि कोई भी इंसान किसी भी बेटी को बदनाम करने से पहले 100 बार सोचे। ऐसा नहीं है कि उसने सिर्फ मुझे बदनाम किया, कई बार छेड़ने की भी कोशिश की लेकिन मैं चुप रही। इसलिए क्योंकि गलती हर बार लड़कियों की ही मानी जाती है। बहुत सपने थे मेरे पापा, लेकिन सपने ही रह गए। आप सबको बहुत प्यारे थे हम, जैसे किसी को हीरा प्यारा होता है, वैसे प्यारे थे आप सबको हम। माफ कर देना मुझे। बहुत प्यार करती है आपकी बेटी आप सबसे। पापा अपना ख्याल रखना। कभी भी मेरी मम्मी को मेरी कमी महसूस मत होने देना और मेरे भाई को बहुत प्यार करना।

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लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।