Reported By: Anshul Mukati
,Indore News/Image Source: IBC24
इंदौर: Indore News: हिंदू त्योहारों पर सोशल मीडिया पर बनाई जा रही आपत्तिजनक रीलों के खिलाफ अब संत समाज और हिंदू संगठनों ने सख्त रुख अपना लिया है। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने मिलकर ‘डिजिटल धर्म रक्षक टीम’ का गठन किया है जो सोशल मीडिया पर ऐसे कंटेंट पर निगरानी रखेगी। वहीं, संत समाज ने ऐसे लोगों के सामाजिक बहिष्कार की चेतावनी दी है।
Indore News: त्योहारों के समय सोशल मीडिया पर पूजा की थाली में शराब रखकर बनाई गई रील जैसे दृश्य सामने आ रहे हैं, जिन्हें लेकर हिंदू समाज में रोष है। विहिप और बजरंग दल का कहना है कि यह सुनियोजित साजिश है जिसके जरिए सनातन धर्म की छवि को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धूमिल किया जा रहा है।यह सनातन धर्म को बदनाम करने की अंतरराष्ट्रीय साजिश है। सोशल मीडिया के माध्यम से फंडिंग करके, योजनाबद्ध ढंग से हमारे त्योहारों की छवि खराब की जा रही है। कुछ इन्फ्लुएंसर और कंटेंट क्रिएटर ऐसे वीडियो बना रहे हैं जो हमारी आस्था का उपहास उड़ाते हैं और धार्मिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश करते हैं।
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Indore News: इस मुद्दे पर संत समाज भी खुलकर सामने आया है। पंचकुईया आश्रम इंदौर के महामंडलेश्वर रामदास महाराज ने कहा की हर पवित्र त्योहार पर इस तरह की आपत्तिजनक रीलें बनाकर सनातन को बदनाम किया जा रहा है। पूजा की थाली में मदिरा की बोतल रखकर रील बनाने वालों का समाज से बहिष्कार किया जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा की अगर ऐसे लोगों को दंडित नहीं किया गया, तो वे और अधिक उदंड होते जाएंगे। ईद पर जब भूमि रक्तरंजित होती है, तब कोई इस पर टिप्पणी नहीं करता। सनातन को बदनाम करने के लिए मौलवियों द्वारा विदेशों से फंडिंग की जाती है। केंद्र सरकार से मांग है कि ऐसे लोगों के सोशल मीडिया अकाउंट और बैंक खातों की जांच कर उन्हें सख्त सज़ा दी जाए। उन्होंने हिंदू बहनों से अपील करते हुए कहा की मैं हाथ जोड़कर विनती करता हूं कि मुसलमान से राखी न बंधवाएं।
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Indore News: इस मुद्दे पर कांग्रेस ने भी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता नीलाभ शुक्ला ने कहा की इस तरह की रीलें निश्चित रूप से सरकार पर सवाल खड़े करती हैं। सरकार को गंभीरता से यह देखना चाहिए कि कौन-से तत्व ऐसी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने आगे कहा की हिंदू संगठनों का विरोध उचित है, लेकिन यह विरोध सही मंच पर होना चाहिए। संगठनों को कानून हाथ में लेने की बजाय पुलिस को जानकारी देनी चाहिए।