Sage University News: केवल डिग्री नहीं, स्टूडेंट्स के स्किल का भी रखा जाता है ध्यान, सेज यूनिवर्सिटी रखती है स्पोर्ट्स और 360° डेवलपमेंट पर फोकस

Sage University News: सेज इंटरनेशनल स्कूल, सेज यूनिवर्सिटी और एसआईआरटी कॉलेज इस दिशा में पहले से ही नवाचार कर रहे हैं।

Sage University News: केवल डिग्री नहीं, स्टूडेंट्स के स्किल का भी रखा जाता है ध्यान, सेज यूनिवर्सिटी रखती है स्पोर्ट्स और 360° डेवलपमेंट पर फोकस

Sage University News/Image Credit: Sage Group

Modified Date: November 29, 2025 / 01:55 pm IST
Published Date: November 29, 2025 1:55 pm IST

Sage University News: भोपाल: शिक्षा अब केवल पुस्तकीय ज्ञान तक सीमित नहीं है। आधुनिक समय में विद्यार्थियों को कौशल, खेल, रिसर्च, प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग, व्यक्तित्व विकास और 360° डेवलपमेंट के साथ तैयार करना आवश्यक हो गया है। सेज इंटरनेशनल स्कूल, सेज यूनिवर्सिटी और एसआईआरटी कॉलेज इस दिशा में पहले से ही नवाचार कर रहे हैं। हमारी सेज यूनिवर्सिटी इंदौर नैक ए+ग्रेड मान्यता प्राप्त है, जबकि सेज के सभी शिक्षण संस्थान का देश-विदेश के कई प्रतिष्ठित संस्थानों से अनुबंध है। सेज ग्रुप में 200+ पीएचडी फैकल्टी, 500 से अधिक सर्टिफाइड टीचिंग स्टाफ है। ग्रुप में तकरीबन 30,000 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, जबकि 60 हजार से अधिक अध्ययन कर बिजनेस, स्टार्टअप व कई प्रसिद्ध कॉर्पोरेट में करियर बना रहे है। यह कहना है सेज ग्रुप के सीएमडी और सेज विश्वविद्यालय के कुलाधिपति (चांसलर) इंजी. संजीव अग्रवाल का। उन्होंने आगामी सत्र के लिए शिक्षा के नए आयामों पर विस्तृत विचार साझा किए। उनके विचारों के चुनिंदा अंश नीचे दिए गए हैं।

प्रश्न: स्किल-बेस्ड लर्निंग को शुरुआती स्तर से कैसे जोड़ सकते हैं?

उत्तर : आज की तेजी से बदलती दुनिया में स्किल-बेस्ड लर्निंग शिक्षा की रीढ़ है। सेज इंटरनेशनल स्कूल में हम प्रारंभिक कक्षाओं से ही कम्युनिकेशन, टीमवर्क, डिजिटल लिटरेसी और प्रॉब्लम-सॉल्विंग जैसी क्षमताओं को पाठ्यक्रम में शामिल करते हैं। हर सत्र में ‘स्किल वीक’ आयोजित किया जाता है, जहां विद्यार्थी वास्तविक जीवन से जुड़े प्रोजेक्ट्स पर काम करते हैं। सेज यूनिवर्सिटी के छात्र स्कूल के बच्चों को मेंटरशिप प्रदान करते हैं, छोटे प्रोजेक्ट्स में मार्गदर्शन देकर। इसके अलावा, माइक्रो-क्रेडेंशियल्स जैसे बेसिक कोडिंग या पब्लिक स्पीकिंग पर मिनी सर्टिफिकेट्स दिए जाते हैं, जो विद्यार्थियों को प्रोफेशनल स्किल्स से लैस करते हैं। इससे वे रोजगार बाजार में प्रतिस्पर्धी बनते हैं। सेज यूनिवर्सिटी का कई नेशनल एवं इंटरनेशनल संस्थाओं के साथ एमओयू है, जिसके सेंटर ऑफ एक्सीलेंस यूनिवर्सिटी में स्थित है, जैसे गूगल, माइक्रोसॉफ्ट एवं एनवीडिया इत्यादि।

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प्रश्न: आज की शिक्षा प्रणाली में अकादमिक उत्कृष्टता, लाइफ स्किल और प्रैक्टिकल एक्सपोजर का संतुलन कैसे बनाया जाए?

उत्तर: संतुलन बनाना चुनौतीपूर्ण है, लेकिन हमारा 60-40 (60% अकादमिक शिक्षा और 40% व्यावहारिक प्रोजेक्ट्स) मॉडल कारगर साबित हो रहा है। परीक्षाओं के साथ प्रोजेक्ट वर्क, प्रेजेंटेशन और वाइवा को अंक प्रणाली में शामिल करना जरूरी है। सेज यूनिवर्सिटी में छात्र भोपाल की वास्तविक समस्याओं जैसे वॉटर मैनेजमेंट या स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स पर रिसर्च करते हैं, जो उन्हें प्रैक्टिकल एक्सपोजर देता है। हर सप्ताह लाइफ स्किल्स सत्र जैसे पर्सनैलिटी ग्रूमिंग और फाइनेंशियल लिटरेसी अनिवार्य हैं, जो विद्यार्थियों को जीवन की चुनौतियों के लिए तैयार करते हैं। साथ ही छात्रों को इंडस्ट्री ओरिएंटेड ट्रेनिंग भी दी जाती है, जिसमें स्टूडेंट प्रोग्रेशन इंडेक्स के माध्यम से उनके सर्वांगीण विकास पर ध्यान दिया जाता है।

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प्रश्न: विद्यार्थियों के 360° विकास के लिए संस्थानों को क्या करना चाहिए?

उत्तर: 360° विकास का मतलब है हर पहलू पर ध्यान जैसे–बौद्धिक, शारीरिक, भावनात्मक और सामाजिक। हम संतुलित टाइम टेबल अपनाते हैं, जहां शिक्षा, खेल, कला और समाजसेवा को समान समय मिलता है। सेज संस्थान स्पोर्ट्स एंड आर्ट अकादमी विकसित कर रहे हैं, जहां संगीत, कला, खेल और नाट्य प्रशिक्षण होता है। पर्सनैलिटी डेवलपमेंट प्रोग्राम में नेतृत्व, नैतिकता और सार्वजनिक भाषण पर फोकस है। कम्युनिटी एंगेजमेंट के जरिए स्वच्छता, स्वास्थ्य और संस्कार अभियानों से सामाजिक जिम्मेदारी सिखाई जाती है। इससे विद्यार्थी संपूर्ण व्यक्तित्व बनाते हैं।

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प्रश्न: ब्रांड्स और उद्योगों के साथ सहयोग से वास्तविक अनुभव कैसे मिल सकता है?

उत्तर: उद्योग सहयोग शिक्षा को जीवंत बनाता है। सेज यूनिवर्सिटी में इंटर्नशिप और अप्रेंटिसशिप प्रोग्राम चलते हैं, जहां छात्र कंपनियों में कार्य-अनुभव प्राप्त करते हैं। इंडस्ट्री प्रोजेक्ट्स में वास्तविक केस स्टडी पर आधारित असाइनमेंट दिए जाते हैं, एक्सपर्ट्स मेंटरशिप देते हैं। गेस्ट लेक्चर्स और बूट कैंप्स ब्रांड प्रतिनिधियों द्वारा आयोजित होते हैं। प्लेसमेंट टाई-अप्स के लिए एमओयू साइन किए जाते हैं, जो करियर सेल के माध्यम से छात्रों को जोड़ते हैं। इससे वे बाजार की मांग समझते हैं।

प्रश्न: छात्र बड़े शहरों और प्रसिद्ध संस्थानों की ओर क्यों आकर्षित होते हैं?

उत्तर: छात्रों को लगता है कि बड़े शहरों में बेहतर अवसर, एक्सपोजर और नेटवर्किंग मिलेगी। लेकिन स्थानीय संस्थानों की सफलता कहानियां अक्सर नजरअंदाज हो जाती हैं। सेज यूनिवर्सिटी और सेज इंटरनेशनल स्कूल को अपने सफल छात्रों की कहानियां, प्रोजेक्ट्स और प्लेसमेंट डेटा सोशल मीडिया पर प्रमुखता से दिखाना चाहिए। इससे छात्र समझेंगे कि गुणवत्ता हर जगह उपलब्ध है।

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प्रश्न: स्थानीय संस्थान शिक्षा प्रणाली को कैसे इनोवेटिव और कम्पेटिटिव बना सकते हैं?

उत्तर: इनोवेशन के लिए वैश्विक मानकों का पालन जरूरी है– अंतरराष्ट्रीय पाठ्यक्रम और मान्यता प्राप्त प्रोग्राम। हम हाइब्रिड लर्निंग अपनाते हैं, ऑनलाइन और ऑफलाइन मॉड्यूल्स को मिलाकर। सेज यूनिवर्सिटी में स्टार्टअप इनक्यूबेशन सेंटर हैं, जहां आईडिया लैब्स से उद्यमिता सिखाई जाती है। शिक्षकों के लिए निरंतर प्रशिक्षण और इंडस्ट्री एक्सपोजर अनिवार्य है।

प्रश्न: स्पोर्ट्स, आर्ट एंड एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज छात्रों के व्यक्तित्व विकास में कैसे मदद करते हैं?

उत्तर: स्पोर्ट्स से अनुशासन, टीमवर्क और आत्मविश्वास बढ़ता है, जबकि कला और संगीत रचनात्मकता व भावनात्मक संतुलन विकसित करते हैं। मंचीय कार्यक्रम सार्वजनिक बोलने और नेतृत्व क्षमता मजबूत करते हैं। सेज संस्थान हर वर्ष ‘सेज टैलेंट फेस्ट’ आयोजित करते हैं, जहां छात्र अपनी प्रतिभा दिखाते हैं। इससे व्यक्तित्व निखरता है।

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