जबलपुर: making India an Islamic nation जिले में NIA और ATS की छापेमारी में पकड़े गए संदिग्ध आतंकियों से पूछताछ में लगातार खुलासे हो रहे हैं। सभी आरोपी 2050 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने के मकसद से काम कर रहे थे और हथियार हासिल कर नापाक करतूत करने की फिराक में थे।
making India an Islamic nation मिली जानकारी के अनुसार पकड़े गए तीन आरोपियों सैय्यद मामूर, शाहिद और आदिल से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि वे साल 2050 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने के साथ ISIS के मॉड्यूल पर काम कर रहे थे। फिसाबिल्लाह नाम से उन्होने वाट्सएप ग्रुप बनाया था, जिसके जरिए वे युवाओं को बरगलाने और कट्टरता फैलाने का काम करते थे। तीनों आरोपी ऐसा नहीं है कि पढ़े लिखे नहीं थे, तीनों अच्छे खासे पढ़े लिखे थे।
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19 साल का मोहम्मद शाहिद खान JEEE का टॉपर रह चुका है और जबलपुर के गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज का छात्र है। वो पिस्तौल के अलावा IED और ग्रेनेड खरीदने की फिराक में था। वहीं सैय्यद मामूर अवैध हथियार सप्लाई करने वालों के संपर्क में था और फिसा-बिबिल्लाह ग्रुप में धार्मिक रूप से उन्माद फैलाने वाले वीडियो भेजा करता था।
उधर आदिल ने सोशल साइट पर चैनल बना रखे थे, उसके 92 हजार सब्सक्राइबर्स हैं और इससे वो इस्लामिक कट्टरपंथ फैला रहा था। इतना ही नहीं आरोपियों के पास से धार्मिक उन्माद के वीडियो के साथ जाकिर नाईक की किताबें भी बरामद हुई हैं। साथ ही आरोपियों के फोन से हिंदू युवतियों की फोटोज मिली हैं, जो उनके नापाक मंसूबों की गवाही दे रही हैं।