MP News: ‘पहले मेरे नाम पर करो जमीन’.. कलयुगी बेटे ने पिता का अंतिम संस्कार करने से किया इनकार, 23 घंटे तक पड़ी रही लाश

कलयुगी बेटे ने पिता का अंतिम संस्कार करने से किया इनकार'.. Kaliyuga's son refuses to perform last rites of his father

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  • Publish Date - April 19, 2025 / 09:25 PM IST,
    Updated On - April 20, 2025 / 12:13 AM IST
HIGHLIGHTS
  • पिता चिन्ना अहिरवार ने 2 एकड़ जमीन बेटी को दे दी थी, जिससे बेटा राजू नाराज था।
  • नाराज बेटे के कारण शुक्रवार शाम से शनिवार दोपहर तक शव अंतिम संस्कार के बिना पड़ा रहा।

टीकमगढ़: MP News: मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ में 23 घंटे तक पिता का शव अंतिम संस्कार के लिए यूं ही पड़ा रहा। वजह थी बेटे की नाराजगी। पिता ने तीन साल पहले बेटी के नाम दो एकड़ जमीन कर दी थी। इससे बेटा नाराज हो गया। पिता से बातचीत तक बंद कर दी थी। शुक्रवार शाम को पिता का निधन हो गया, लेकिन शनिवार दोपहर 2 बजे तक उनका अंतिम संस्कार नहीं हुआ। लोगों ने जब पता किया तब बेटे की नाराजगी सामने आई। पुलिस और समाज के लोगों ने उसे समझाया। इसके बाद वह पिता के अंतिम संस्कार के लिए माना।

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MP News: घटना टीकमगढ़ के लालमऊ गांव की है। गांव के बुजुर्ग रामकिशोर ने बताया कि चिन्ना अहिरवार (65) तीन साल पहले अपनी बेटी सुनीता के नाम पर 2 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री करा दी थी। इससे बेटा राजू नाराज था। पिता के मरने के बाद भी वह अपनी नाराजगी नहीं छोड़ रहा था। ग्रामीणों ने बताया कि जब चिन्ना अहिरवार का निधन हुआ तो गांव वालों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और राजू को समझाने की कोशिश की। बलदेवगढ़ थाना प्रभारी रवि गुप्ता ने बताया कि समाज और परिवार के लोगों ने बेटे राजू और बेटी सुनीता को बैठकर समझाया।

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ऐसे हुआ फैसला

इस दौरान तय हुआ कि पिता की 2 एकड़ जमीन बेटे और बेटी के नाम एक-एक एकड़ बांटी जाएगी। पुलिस की मौजूदगी में अंतिम संस्कार समझौते के बाद शनिवार दोपहर करीब 3:30 बजे के बाद परिवार और समाज के लोग शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गए। पुलिस की मौजूदगी में बेटे राजू अहिरवार ने पिता को मुखाग्नि दी। थाना प्रभारी ने बताया कि समाज की बैठक में तय हुआ है कि सोमवार को बेटा और बेटी के बीच जमीन की एक-एक एकड़ की रजिस्ट्री कराई जाएगी।

टीकमगढ़ में अंतिम संस्कार में देरी क्यों हुई?

टीकमगढ़ में अंतिम संस्कार में देरी की वजह पिता द्वारा बेटी को जमीन देने से बेटा नाराज होना था, जिसने अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया।

क्या टीकमगढ़ के चिन्ना अहिरवार की जमीन का विवाद हल हो गया?

जी हां, पुलिस और समाज के हस्तक्षेप से बेटे और बेटी में 1-1 एकड़ जमीन बांटने का समझौता हुआ, जिसके बाद अंतिम संस्कार किया गया।

टीकमगढ़ जमीन विवाद में पुलिस ने क्या भूमिका निभाई?

पुलिस ने मौके पर पहुंचकर समझाइश और मध्यस्थता की, जिससे परिवार और समाज के बीच समझौता हुआ।

क्या चिन्ना अहिरवार की बेटी को मिली जमीन अभी भी उसके पास रहेगी?

समझौते के अनुसार, बेटी सुनीता और बेटा राजू दोनों को 1-1 एकड़ जमीन दी जाएगी और सोमवार को नई रजिस्ट्री कराई जाएगी।

टीकमगढ़ मामले में अंतिम संस्कार किसने किया?

समझौते के बाद बेटे राजू अहिरवार ने ही पुलिस की मौजूदगी में पिता को मुखाग्नि दी।