Khandwa News: मुस्लिम युवती सानिया बनी ‘सती’, सनातन धर्म अपनाने की बताई बड़ी वजह, मंदिर में हिन्दू युवक से रचाई शादी

Khandwa News: सानिया से सती बनी युवती ने कहा कि सनातन धर्म में उसकी आस्था काफी वक्त से थी। घरवालों की प्रताड़ना से तंग आकर वृंदावन चली गई थी। वहां रामचरितमानस का हिंदी अनुवाद पढ़ा, जिससे मैं बहुत प्रभावित हुई।

  • Reported By: Prateek Mishra

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  • Publish Date - December 9, 2025 / 07:25 PM IST,
    Updated On - December 9, 2025 / 07:27 PM IST

Khandwa News, image source: ibc24

HIGHLIGHTS
  • मुस्लिम युवती ने अपनाया सनातन धर्म
  • सानिया से नाम बदलकर बनी सती
  • हिन्दू युवक निखिल से किया विवाह
  • सनातन पद्धति से दोनों का विवाह हुआ
  • महादेवगढ़ पर किया प्रायश्चित हवन और विवाह

खंडवा: Khandwa News, मध्य प्रदेश के खंडवा में एक मुस्लिम युवती द्वारा इस्लाम धर्म को त्यागकर सनातन हिंदू धर्म अपनाने का मामला सामने आया है। दरअसल, सानिया अली नामक युवती ने सबसे पहले सनातन हिंदू धर्म अपना कर घर वापसी की है और फिर अपने प्रेमी निखिल कोचले से सनातन हिंदू वैवाहिक पद्धति के अंतर्गत अग्नि के सात फेरे लेकर विवाह किया है।

सानिया अली पिता जाकिर अली ने अपना नाम मां पार्वती के नामपर “सती” कोचले रख लिया है। बताया जा रहा है, कि सानिया और निखिल दोनो लंबे समय से एक–दूसरे को जानते थे और कुछ ही समय में दोनों की यह दोस्ती प्रेम में बदल गई। इसके बाद सानिया ने निखिल से शादी करने की ठान ली। लेकिन मजहब की दीवार दोनों के प्यार के बीच खड़ी हुई थी।

हिन्दू युवक निखिल से किया विवाह

आखिरकार सानिया ने मजहब की इस दीवार को गिराकर पहले हिंदू धर्म अपनाया और फिर सनातन वैदिक पद्धति से निखिल के साथ अग्नि के सात फेरे लिए और विवाह कर लिया। बताया जा रहा है, कि सानिया और निखिल अपनी इच्छा से खंडवा के अति प्राचीन महादेवगढ़ मंदिर पहुंचे थे। जहां उन्होंने विवाह करने की इच्छा प्रकट की थी।

Khandwa News, दोनों की इच्छा जानने के बाद महादेवगढ़ मंदिर के पुजारी पंडित ललित डोंगरे ने सबसे पहले सानिया से प्रायश्चित हवन करवा कर उनकी सनातन हिंदू धर्म में वापसी करवाई और फिर दोनों ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच अग्नि के सात फेरे लेकर विवाह किया।

सनातन धर्म में घर वापसी करने और निखिल से विवाह करने के बाद सानिया से सती बनी युवती ने कहा कि सनातन धर्म में उसकी आस्था काफी वक्त से थी। घरवालों की प्रताड़ना से तंग आकर वृंदावन चली गई थी। वहां रामचरितमानस का हिंदी अनुवाद पढ़ा, जिससे मैं बहुत प्रभावित हुई। निखिल से काफी पुराना नाता है, इसलिए हमने शादी करने का फैसला लिया और अपनी इच्छा से महादेवगढ़ पहुंचकर सनातन धर्म अपनाया।

सानिया और निखिल के विवाह को लेकर महादेवगढ़ मंदिर प्रमुख अशोक पालीवाल ने बताया कि सानिया और निखिल दोनों ही अपनी इच्छा से महादेवगढ़ आए थे, यहां उन्होंने सनातन धर्म अपनाकर निखिल से विवाह करने की इच्छा व्यक्त की थी। जिसके बाद वैदिक पद्धति से उनका विवाह यहां संपन्न करवाया गया है। सनातन धर्म में आस्था रखने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है और यही कारण है, कि अब तक यहां बड़ी संख्या में घर वापसी हुई है।

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