मप्र: कांग्रेस ने सोनिया-राहुल के खिलाफ आरोपपत्र को ‘राजनीतिक षड्यंत्र’ बताया, भाजपा का पलटवार |

मप्र: कांग्रेस ने सोनिया-राहुल के खिलाफ आरोपपत्र को ‘राजनीतिक षड्यंत्र’ बताया, भाजपा का पलटवार

मप्र: कांग्रेस ने सोनिया-राहुल के खिलाफ आरोपपत्र को ‘राजनीतिक षड्यंत्र’ बताया, भाजपा का पलटवार

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Modified Date: April 16, 2025 / 05:23 PM IST
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Published Date: April 16, 2025 5:23 pm IST

भोपाल, 16 अप्रैल (भाषा) कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई के शीर्ष नेताओं ने ‘नेशनल हेराल्ड’ मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किए जाने को लेकर बुधवार को भाजपा नीत केंद्र सरकार पर करारा हमला बोला और इसे गांधी परिवार की छवि खराब करने का ‘राजनीतिक षडयंत्र’ करार दिया।

पार्टी नेताओं ने इसे राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित कदम बताया और दावा किया कि ‘नेशनल हेराल्ड’ मामले में एक पैसा भी नेहरू-गांधी परिवार ने अपने ऊपर खर्च नहीं किया।

हालांकि, भाजपा ने कहा कि यह पूरी तरह से कानूनी मामला है और पार्टी का इससे कोई लेना-देना नहीं है।

भाजपा की मध्यप्रदेश इकाई के अध्यक्ष और सांसद विष्णु दत्त शर्मा ने संवाददाताओं से कहा कि ‘नेशनल हेराल्ड’ मामले में ईडी द्वारा आरोपपत्र में सोनिया गांधी और राहुल गांधी का नाम शामिल किया जाना पूरी तरह से तकनीकी व कानूनी मामला है।

उन्होंने कहा कि देश की जनता भली-भांति जानती है कि ‘नेशनल हेराल्ड’ की शुरुआत वर्ष 2012 में हुई थी और पहला मामला 2013 में दर्ज हुआ था और उस समय देश में कांग्रेस की सरकार थी।

शर्मा ने बताया कि कांग्रेस को जवाब देना चाहिए कि उनकी ही पार्टी में सोनिया और राहुल गांधी के खिलाफ किसने साजिश रची?

ईडी ने ‘नेशनल हेराल्ड’ मामले में धनशोधन के आरोप में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल किया है।

विशेष न्यायाधीश विशाल गोगने ने नौ अप्रैल को दाखिल आरोप-पत्र के संज्ञान के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर पड़ताल की और सुनवाई की अगली तारीख 25 अप्रैल निर्धारित की।

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि ‘नेशनल हेराल्ड’ मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी सहित कई कांग्रेस नेताओं के खिला ईडी का आरोपपत्र दायर करना भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार की हताशा को दर्शाता है।

उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “भाजपा की कोशिश है कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की आवाज दबा कर भारत की जनता की आवाज दबा दी जाए। इसलिए जानबूझकर एक ऐसे मामले को उठाया जा रहा है, जिसमें कोई दम ही नहीं है।”

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने इसे एक ‘खुला राजनीतिक षडयंत्र’ बताया और दावा किया कि ईडी के माध्यम से गांधी परिवार की छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है।

उन्होंने कहा, “लेकिन अत्याचार करने वालों को याद रखना चाहिए कि कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार की घुटने टेकने की आदत नहीं है।’

कमलनाथ ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को भी तानाशाही तरीके से जेल में डाला गया था लेकिन वह झुकी नहीं और राजीव गांधी के खिलाफ भी दुष्प्रचार का अभियान चलाया गया लेकिन अंत में वह बेदाग साबित हुए।

उन्होंने कहा, “नेशनल हेराल्ड’ मामले में इसी तरह सोनिया गांधी और राहुल गांधी सहित कांग्रेस नेता बेदाग साबित होंगे। भाजपा जिस प्रतिशोध की आग में गांधी परिवार को झुलसाना चाहती है, वहां से उनकी छवि और निखर कर जनता के बीच सामने आएगी।’’

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि देश में नेहरू-गांधी परिवार एक ऐसा परिवार है, जिसे 1930 से लेकर आज तक अपनी संपत्ति ही देश को सौंपी है और कभी खुद के लिए कोई संपत्ति अर्जित नहीं की।

उन्होंने कहा, “कोई भ्रष्टाचार का आरोप आज तक नहीं लगा है। भाजपा और आरएसएस मिलकर ईडी, आईटी (आयकर विभाग) और सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) को एक राजनीतिक हथियार के रूप में उपयोग कर रहे हैं। हम इसकी घोर निंदा करते हैं।”

सिंह ने कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में एक पैसा भी नेहरू-गांधी परिवार ने अपने ऊपर खर्च नहीं किया है।

उन्होंने दावा किया कि शुद्ध रूप से देखा जाए तो यह धन शोधन निवारण कानून का मामला बनता ही नहीं है।

कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए दावा किया कि ‘राजनीतिक रंजिश’ के कारण भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अब बदले की कार्रवाई पर उतर आई है।

उन्होंने भाजपा पर नफरत फैलाकर देश को गुमराह करने का आरोप लगाया और कहा कि वह विपक्षी नेताओं को केंद्रीय एजेंसियों के माध्यम से निशाना बनाकर लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं पर कुठाराघात कर रही है।

पटवारी ने कहा कि सोनिया गांधी का स्वास्थ्य भी सही नहीं है और उन्हें लगभग रोजाना अस्पताल के चक्कर लगाने होते हैं, इसके बावजूद उनके खिलाफ इस प्रकार की कार्रवाई निंदनीय है।

बाद में पटवारी के नेतृत्व में प्रदेश कांग्रेस ने ईडी के फैसले के खिलाफ बुधवार को भोपाल में ईडी कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।

इस मौके पर वीके बाथम और महेंद्र सिंह चौहान समेत कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मौजूद थे।

पटवारी हाथ में पिंजरे में बंद तोता (ईडी) लेकर चल रहे थे और आरोप लगा रहे थे कि केंद्रीय एजेंसी इस मुद्दे पर केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा की ओर से काम कर रही है।

हालांकि, भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस को जनता को जवाब देना चाहिए कि 90 करोड़ रुपये की देनदारी वाली कंपनी हजारों करोड़ रुपये की कैसे हो गई?

शर्मा ने कहा कि कांग्रेस को देश को यह भी बताना चाहिए कि छह दशक तक कांग्रेस सरकार रहने के बावजूद ‘नेशनल हेराल्ड’, ‘कौमी आवाज’ और ‘नवजीवन’ जैसे अखबार घाटे में क्यों रहे?

उन्होंने कहा कि ‘नेशनल हेराल्ड’ की संपत्ति को साजिश के तहत ‘यंग इंडिया’ नामक कंपनी को हस्तांतरित कर दिया गया, जिसे पूरी तरह गांधी परिवार चलाता है।

भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस को जवाब देना चाहिए कि स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा स्थापित ‘नेशनल हेराल्ड’ की गाढ़ी कमाई गांधी परिवार का एटीएम कैसे बन गई?

भाषा दिमो ब्रजेन्द्र जितेंद्र

जितेंद्र

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)