मप्र: कूनो राष्ट्रीय उद्यान में छोड़े गए आठ अफ्रीकी चीतों को एक महीने में जंगल में छोड़ दिया जाएगा
मप्र: कूनो राष्ट्रीय उद्यान में छोड़े गए आठ अफ्रीकी चीतों को एक महीने में जंगल में छोड़ दिया जाएगा
भोपाल, 19 फरवरी (भाषा) मध्यप्रदेश के वन मंत्री विजय शाह ने रविवार को कहा कि पिछले साल सितंबर के मध्य में नामीबिया से लाकर राज्य के श्योपुर जिले के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में छोड़े गए आठ अफ्रीकी चीतों को एक महीने में जंगल में स्वच्छंद विचरण के लिए छोड़ दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1952 में भारत में विलुप्त हुए चीतों की आबादी को पुनर्जीवित करने की परियोजना के तहत इन चीतों को पिछले साल 17 सितंबर को कूनो राष्ट्रीय उद्यान में विशेष बाड़ों में पृथकवास में छोड़ा था।
बाद में नवंबर में इन आठों चीतों को पृथक-वास क्षेत्र से निकालकर बड़े बाड़े में स्थानांतरित किया गया, जहां पर वे वर्तमान में रह रहे हैं और अपना शिकार भी कर रहे हैं। इन चीतों में से पांच मादाएं और तीन नर हैं।
शाह ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि नामीबिया के इन चीतों को अगले एक महीने के दौरान जंगल में स्वच्छंद विचरण के लिए छोड़ दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि दो चीतों ‘फ्रेडी’ और ‘एल्टन’ को शुरू में जंगल में छोड़ा जाएगा और बाद में बाकी को भी छोड़ दिया जाएगा।
हालांकि, शाह ने कहा कि इन नामीबियाई चीतों को जंगल में स्वच्छंद विचरण के लिए छोड़ने की तारीख मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा तय की जाएगी। मंत्री ने कहा, ‘‘केंद्र ने इन चीतों को जंगल में छोड़ने के बारे में निर्णय लेने का काम राज्य सरकार पर छोड़ दिया है।’’
उन्होंने कहा कि इन चीतों को शुरूआत में दो महीने के लिए विशेष बाड़ों में पृथक-वास में रखा गया और बाद में नवंबर में वहां से निकालकर बड़े बाड़े में स्थानांतरित किया गया। उन्होंने कहा कि वे अब बड़े बाड़ों में शिकार कर रहे हैं जो 12 किलोमीटर दायरे में फैले हुए हैं, यह एक खुले जंगल की तरह है।
शाह ने कहा कि ये सभी चीते स्वस्थ हैं और शिकार कर रहे हैं, इसलिए उन्हें जल्द ही जंगल में स्वच्छंद विचरण के लिए छोड़ दिया जाएगा।
दक्षिण अफ्रीका से लाए गए 12 चीतों को शनिवार को ही कूनो राष्ट्रीय उद्यान में लाकर अलग-अलग बाड़ों में छोड़ा गया है। इसके साथ ही कूनो राष्ट्रीय उद्यान में अब कुल 20 चीते हो गए हैं।
भाषा रावत अमित
अमित

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