Medical Department Instructions on Holi

Medical Department Instructions on Holi: सावधानीपूर्वक मनाएं होली-रंगपंचमी! चिकित्सा विभाग ने जारी किए निर्देश, लोगों से की ये अपील

Medical Department Instructions on Holi: सावधानीपूर्वक मनाएं होली-रंगपंचमी! चिकित्सा विभाग ने जारी किए निर्देश, लोगों से की ये अपील |

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Modified Date: March 13, 2025 / 09:18 AM IST
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Published Date: March 13, 2025 9:15 am IST
HIGHLIGHTS
  • देशभर में होली का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।
  • होली और रंग पंचमी के अवसर पर मध्यप्रदेश चिकित्सा विभाग द्वारा निर्देश जारी किए गए हैं।
  • स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि स्वास्थ्य का ध्यान रख पारंपरिक तरीके से त्योहार मनाएं।

भोपाल। Medical Department Instructions on Holi : रंगों का त्योहार होली का हर किसी को बेसर्बी से इंतजार होता है। होली के त्योहार को बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के तौर पर मनाया जाता है। कल 14 मार्च को होली मनाई जाएगी। देशभर में होली का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। हर कोई एक दूसरे को रंग गुलाल लगाकर नाचते झूमते और बधाई देते हैं। लेकिन यहीं रंग गुलाल लोगों को परेशानी में डाल देते हैं। आजकल बाजारों में कैमिकल वाले रंग ज्यादा आ रहे हैं। जिससे लोगों के शरीर की त्वाचा और अन्य अंगों पर बुरा प्रभाव डालते हैं।

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इस बीच, होली और रंग पंचमी के अवसर पर मध्यप्रदेश चिकित्सा विभाग द्वारा निर्देश जारी किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि स्वास्थ्य का ध्यान रख पारंपरिक तरीके से त्योहार मनाएं। केमिकल वाले रंगों से बनाए दूरी, शरीर में जलन ,आंखों में धुंधलापन ,सांस लेने में दिक्कत जैसे समस्याएं होने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाए। होलिका दहन ,जुलूस एवं चल समारोह में बड़ी संख्या में लोगों के शामिल होने की संभावनाएं हैं इसके मद्देनजर इमरजेंसी चिकित्सा के साथ 108 एंबुलेंस वाहनों के पॉइंट्स निर्धारित किए गए हैं।

होली-रंगपंचमी पर सावधानी

जिन लोगों को सांस संबंधित समस्या होती हैं, उन्हें विशेष तौर पर ध्यान रखने की आवश्यकता है। खासकर अस्थमा और एलर्जी के मरीज को अपना ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि रंगों में केमिकल मिला होता है। कोशिश करना चाहिए कि रंगों से दूर रहें, लेकिन घरों से बाहर निकल रहे हैं तो ध्यान रखें कि नाक में रंग ना जाए। इसके लिए हम नाक को कवर करके जाएं।

केमिकल वाले रंगों से बचे

हमें उन्हीं रंग से होली खेलना चाहिए, जो आसानी से निकल जाएं। गीले रंग के बजाय बिना केमिकल वाले गुलाल से होली खेले। यदि अस्थमा और एलर्जी से पीड़ित मरीजों को कोई समस्या होने लगे, तो उन्हें बिल्कुल भी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। उन्हें विशेषज्ञ को जरूर दिखाना चाहिए। इस बात का भी ध्यान रखें की पानी में ना भीगे।

होली के दौरान स्वास्थ्य का ध्यान कैसे रखें?

होली के दौरान स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए कैमिकल वाले रंगों से बचें और प्राकृतिक रंगों का उपयोग करें। त्वचा पर रंग लगाते समय एतिहात बरतें, और यदि जलन या किसी अन्य समस्या का सामना करें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

कैमिकल वाले रंगों से क्या समस्याएं हो सकती हैं?

कैमिकल वाले रंगों से त्वचा में जलन, आंखों में धुंधलापन, सांस लेने में दिक्कत, और एलर्जी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे रंगों से बचने की सलाह दी जाती है।

होली के दौरान इमरजेंसी चिकित्सा सहायता कहां से प्राप्त करें?

होली के दौरान स्वास्थ्य विभाग ने 108 एंबुलेंस वाहनों के पॉइंट्स निर्धारित किए हैं। इन सेवाओं का उपयोग आप इमरजेंसी में कर सकते हैं।

होली मनाने के पारंपरिक तरीके क्या हैं?

पारंपरिक तरीके से होली मनाने के लिए प्राकृतिक रंगों का इस्तेमाल करें और परिवार तथा दोस्तों के साथ आनंद लें। साथ ही, होली के बाद स्नान कर शरीर को अच्छे से धो लें ताकि रंग हानि न पहुंचाए।

होली के दौरान सुरक्षा को लेकर क्या सावधानियां बरतें?

होली के समय ज्यादा भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें, अगर जुलूस में भाग ले रहे हैं तो ध्यान रखें कि सुरक्षा के उपायों का पालन करें और किसी भी तरह की दुर्घटना से बचने के लिए सतर्क रहें।