IBC24 Janjatiya Pragya
भोपाल: IBC24 Janjatiya Pragya मध्यप्रदेश सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर IBC24 द्वारा आयोजित विशेष कार्यक्रम “जनजातीय प्रज्ञा” का आगाज़ हो चुका है। इस महत्वपूर्ण मंच पर राज्य सरकार की जनहितैषी योजनाओं, अब तक की उपलब्धियों, और आगे की कार्ययोजना पर विस्तृत संवाद किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में संगठन के शिल्पी सेगमेंट अंतर्गत मंत्री गोविंद सिंह राजपूत शामिल हुए। उन्होंने सरकार के कामों को लेकर IBC24 की ओर से किए गए सवालों का जवाब दिया।
मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि बहुत सारे हम लोग जब क्षेत्र में दौरे पर जाते हैं तो जैसे मीटिंग से उठते हैं तो दो चार बुजुर्ग पुरुष महिलाएं मिल ही जाते हैं कि साहब हमकों राशन नहीं मिल रहा है। जब पूछते हैं हम के राशन क्यों नहीं मिल रहा है? या वही अधिकारियों से पूछते हैं बुलाओ कौन कंट्रोल वाला है? तो वो बोलते हैं साहब इनका फिंगरप्रिंट नहीं मिल रहा है। बुजुर्गों के फिंगरप्रिंट की जो निशान कम हो जाते हैं। तो मैंने एक नया आदेश जारी किया है कि अगर बुजुर्ग व्यक्ति अपने किसी व्यक्ति को नाम ही कर दे वो नामजद कर दे कि हमारा राशन फला व्यक्ति लेगा तब भी हम उसको राशन देंगे और यह पूरे प्रदेश में लागू कर दिया है। इससे बहुत अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं। अगर कहीं लगता है कि इस प्रकार के हमने हमारे आदेश की लोग अवेलना कर रहे हैं, नहीं करते हैं तो उस पर हम एक्शन भी लेते हैं। लेकिन 99% अह बुजुर्गों के लिए अब राशन मिल रहा है। वह अपना-अपना नाम ही नियुक्त कर रहे हैं। रिश्तेदार को कर दें। परिवार का व्यक्ति ना हो तो किसी पड़ोस के व्यक्ति को कर देंगे। जिनके घर में कोई छोटा बच्चा नहीं है उसके नाम से भी राशन हम उस व्यक्ति के नाम का दे रहे हैं।
नॉमिनी अगर वो कहे कि हमारा छोटा घर है बच्चा लेगा, भतीजा लेगा। बच्चा तो नहीं होता क्योंकि उसके बच्चे के बच्चे हो जाते हैं। अगर घर में कोई व्यक्ति भी नहीं है और वह किसी व्यक्ति को कह दे कि हम घर में अकेले बुजुर्ग दंपत्ति रहते हमारा फलाना व्यक्ति पड़ोस का रहेगा उसको भी हम राशन उसके कहने पर देते हैं।