MP Police Bharti Scam: आरक्षक भर्ती में बड़ा फर्जीवाड़ा! 29 अभ्यर्थी जॉइनिंग से नदारद, साल्वर गैंग और फर्जी दस्तावेजों की जांच से खुलेंगे राज
MP Police Bharti Scam: आरक्षक भर्ती में बड़ा फर्जीवाड़ा! 29 अभ्यर्थी जॉइनिंग से नदारद, साल्वर गैंग और फर्जी दस्तावेजों की जांच से खुलेंगे राज
MP Police Bharti Scam | Image Source | IBC24
- MP आरक्षक भर्ती में बड़ा फर्जीवाड़ा,
- 29 अभ्यर्थी जॉइनिंग से नदारद,
- साल्वर गैंग और फर्जी दस्तावेजों की जांच तेज
मुरैना: MP Police Bharti Scam: जिले में नवचयनित अभ्यर्थियों की जॉइनिंग के दौरान बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। मुरैना की पांचवीं बटालियन में 106 नव आरक्षकों को भोपाल मुख्यालय से भेजा गया था लेकिन अब तक सिर्फ 77 आरक्षकों ने ही जॉइनिंग दी है। 29 नव आरक्षक अभी भी जॉइनिंग से बाहर हैं। इसी तरह सात नव आरक्षक पुलिस लाइन मुरैना में भी जॉइनिंग देने नहीं आए हैं। पुलिस को शक है कि इनमें से कई ने फर्जी दस्तावेज़ों या साल्वर बैठाकर भर्ती हासिल की है। आरक्षक भर्ती 2023 के तहत मुरैना में चयनित 77 नव आरक्षकों को पुलिस लाइन में बुलाया गया था लेकिन 29 अभ्यर्थी पहले दिन ही जॉइनिंग के लिए नहीं पहुंचे।
MP Police Bharti Scam: पुलिस अधिकारियों का मानना है कि ये वही अभ्यर्थी हो सकते हैं जिन्होंने परीक्षा में किसी और को साल्वर बनाकर भेजा था या फर्जी प्रमाणपत्रों के सहारे भर्ती पाई है। पांचवीं बटालियन में पदस्थ असिस्टेंट कमांडेंट कमल मौर्य ने बताया कि 106 आरक्षकों का आवंटन किया गया था, जिनमें से 77 की जॉइनिंग हो चुकी है। फर्जी आरक्षक भर्ती मामले में 5वीं बटालियन की तरफ से पांच मामले कोतवाली थाने में दर्ज कराए गए हैं। अब ये अभ्यर्थी खुद ही जॉइनिंग से बच रहे हैं ताकि दस्तावेज़ों की जांच न हो सके और फर्जीवाड़ा उजागर न हो जाए। जो अभ्यर्थी जॉइनिंग पर आ रहे हैं उनके दस्तावेजों की गहराई से जांच की जा रही है। यदि कुछ गलत मिला तो तुरंत एफआईआर दर्ज की जाएगी।
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MP Police Bharti Scam: जो अभ्यर्थी अब तक नहीं आए हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई कानूनी प्रक्रिया के तहत ही संभव है। ग्वालियर में 60 में से 6, शिवपुरी में 50 में से 7 और भिंड में 68 में से 5 अभ्यर्थी जॉइनिंग से नदारद हैं। अंचल भर में अब तक करीब 125 नवचयनित अभ्यर्थी जॉइनिंग से दूर हैं। इनमें से कई के खिलाफ पहले से फर्जीवाड़े के मुकदमे दर्ज हैं। इन अभियुक्तों में से 12 को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अन्य आरोपियों की तलाश कोतवाली पुलिस के अलावा ग्वालियर-चंबल संभाग के संबंधित थाने कर रहे हैं।कोतवाली पुलिस ने बिहार और उत्तराखंड से कुछ आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। मुरैना और श्योपुर के कुछ ऑनलाइन सेंटर संचालकों को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अब हर अभ्यर्थी की दस्तावेज़ी जांच की रणनीति पर काम कर रही है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर भर्ती प्रक्रिया में इतनी बड़ी सेंध कैसे लग गई? क्या कोई रैकेट काम कर रहा था?क्योंकि यह सिर्फ भर्ती नहीं, युवाओं के भरोसे की परीक्षा है।

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