नियमितीकरण नियम बनने के बाद भी नहीं हुआ रेगुलर, कर्मचारियों ने खोला मोर्चा, दी उग्र प्रदर्शन की चेतावनी

नियमितीकरण नियम बनने के बाद भी नहीं हुआ रेगुलर : MP Samvida Karmchari Strike : Employees warn of violent protests

नियमितीकरण नियम बनने के बाद भी नहीं हुआ रेगुलर, कर्मचारियों ने खोला मोर्चा, दी उग्र प्रदर्शन की चेतावनी

MP Samvida Karmchari Strike Update

Modified Date: November 29, 2022 / 08:08 pm IST
Published Date: October 19, 2022 12:09 am IST

भोपालः MP Samvida Karmchari Strike Update MP के संविदा कर्मचारी नियमितिकरण की मांग पर अड़े हैं। संविदा अधिकारी-कर्मचारी महासंघ ने संविदा नीति-2018 के मुताबिक लाभ नहीं मिलने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है। कांग्रेस संविदाकर्मियों की नाराजगी का फायदा उठाने की जुगत में है। तो वहीं, BJP कांग्रेस पर कर्मचारियों समेत हर तबके को छलने का आरोप लगा रही है।

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MP Samvida Karmchari Strike Update संविदा अधिकारी कर्मचारियों ने अपनी मांगें मनवाने के लिए एक बार फिर मोर्चा खोल दिया है। कर्मचारी महासंघ का आरोप है कि संविदा नीति-2018 में नियमित पदों के वेतन का 90 फीसदी भुगतान देना था। लेकिन संविदाकर्मियों को अब तक इसके मुताबिक वेतन नहीं मिला है। जिससे आर्थिक संकट गहराता जा रहा है। संघ ने बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दी है।

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मामले में सियासत भी शुरू हो गई है। कांग्रेस अपनी सरकार आने पर संविदाकर्मियों को नियमित करने की बात कर रही है तो BJP कांग्रेस पर सभी वर्गों को छलने का आरोप लगा रही है। प्रदेश में संविदा कर्मियों की संख्या करीब 1 लाख 20 हजार है। जिन्हें नियमित करने की नीति 2018 में बनी थी लेकिन अब तक कर्मचारी नियमितिकरण की राह देख रहे हैं।

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लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।