Publish Date - February 12, 2025 / 01:55 PM IST,
Updated On - February 12, 2025 / 01:58 PM IST
Fake Student in SSC Exam | Source : IBC24
HIGHLIGHTS
SSC जीडी कांस्टेबल परीक्षा में फर्जी छात्र बनकर परीक्षा देने पहुंचे एक युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
जब एप्लीकेशन फॉर्म में लगे फोटो से उसका चेहरा मिलान किया गया, तो वह मेल नहीं खाया।
इंदौर निवासी रवि मंडलोई (24) बालाघाट के धीरज तिवारी (28) की जगह परीक्षा देने आया था।
इंद्रेश सूर्यवंशी/उज्जैन। Fake student in SSC Exam : स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (SSC) जीडी कांस्टेबल परीक्षा में फर्जी छात्र बनकर परीक्षा देने पहुंचे एक युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। असली अभ्यर्थी परीक्षा केंद्र के बाहर खड़ा था। जिसे भी हिरासत में ले लिया गया। दोनों के बीच 50 हजार रुपये में सौदा हुआ था। पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि मंगलवार को प्रशांति कॉलेज में आयोजित परीक्षा के दौरान ड्यूटी स्टाफ को एक परीक्षार्थी पर शक हुआ। जब एप्लीकेशन फॉर्म में लगे फोटो से उसका चेहरा मिलान किया गया, तो वह मेल नहीं खाया। स्टाफ ने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
मौके पर पहुंची पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की, तो पता चला कि इंदौर निवासी रवि मंडलोई (24) बालाघाट के धीरज तिवारी (28) की जगह परीक्षा देने आया था। इसके बाद पुलिस ने परीक्षा केंद्र के बाहर खड़े धीरज को भी गिरफ्तार कर लिया। एक साल से थे संपर्क में, एडवांस में मिले थे 5 हजार रुपये पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि धीरज और रवि पिछले एक साल से संपर्क में थे। धीरज ने 50 हजार रुपये में रवि को अपनी जगह परीक्षा देने के लिए तैयार किया था। सौदे के तहत एडवांस में 5 हजार रुपये दिए गए थे, जबकि बाकी परीक्षा के बाद देने की बात थी।
पुलिस ने रवि के पास से एडवांस मिले 15 हजार रुपये भी जब्त किए हैं। धोखाधड़ी का केस दर्ज पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने बताया कि इस मामले में तिंगजपुर, जिला शाजापुर निवासी विजयकुमार सोनी की शिकायत पर दोनों आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की धारा 318 (4), 319 (2), 3 (5) के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि इस फर्जीवाड़े में कोई और शामिल था या नहीं।
क्या है SSC जीडी कांस्टेबल परीक्षा में फर्जी छात्र बनने का मामला?
यह मामला उस समय सामने आया जब एक युवक, रवि मंडलोई, ने एक दूसरे युवक, धीरज तिवारी की जगह SSC जीडी कांस्टेबल परीक्षा दी। दोनों के बीच 50 हजार रुपये में सौदा हुआ था, और रवि को एडवांस में 5 हजार रुपये दिए गए थे।
फर्जी परीक्षा देने वाले युवक को पुलिस ने कैसे पकड़ा?
परीक्षा केंद्र पर ड्यूटी स्टाफ को रवि के चेहरे से उसके आवेदन पत्र में लगे फोटो का मिलान नहीं हुआ। जब पुलिस ने कड़ी पूछताछ की तो यह पता चला कि वह धीरज की जगह परीक्षा देने आया था।
धीरज और रवि के बीच किस तरह का सौदा हुआ था?
धीरज ने 50 हजार रुपये में रवि को अपनी जगह पर परीक्षा देने के लिए तैयार किया था। सौदे के अनुसार, रवि को एडवांस में 5 हजार रुपये दिए गए थे और बाकी पैसे परीक्षा के बाद मिलने थे।
पुलिस ने इस मामले में क्या कदम उठाए?
पुलिस ने रवि और धीरज के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है और जांच कर रही है कि क्या इस फर्जीवाड़े में कोई और व्यक्ति शामिल था या नहीं।
क्या यह घटना SSC परीक्षा की सुरक्षा में कोई कमी को दर्शाती है?
इस घटना से यह साफ होता है कि परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा की आवश्यकता है और स्टाफ को परीक्षा की प्रक्रिया में उच्च सतर्कता बरतनी चाहिए ताकि ऐसे फर्जीवाड़े से बचा जा सके।