मध्यप्रदेश और ओडिशा में ओमिक्रॉन की दस्तक, छत्तीसगढ़ में भी बढ़ा खतरा?

इंदौर में इस वैरिएंट के मरीज मिले हैं... नरोत्तम मिश्रा ने मीडिया से बातचीत में बताया कि... एक-डेढ़ महीने में इंदौर में करीब तीन हजार यात्री विदेश से लौटे थे... कुछ यात्री दूसरी जगहों पर चले गए...

मध्यप्रदेश और ओडिशा में ओमिक्रॉन की दस्तक, छत्तीसगढ़ में भी बढ़ा खतरा?
Modified Date: November 29, 2022 / 08:50 pm IST
Published Date: December 26, 2021 3:28 pm IST

भोपाल। मध्यप्रदेश में भी ओमिक्रॉन की दस्तक हो चुकी है… इसकी पुष्टि की गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने… इंदौर में इस वैरिएंट के मरीज मिले हैं… नरोत्तम मिश्रा ने मीडिया से बातचीत में बताया कि… एक-डेढ़ महीने में इंदौर में करीब तीन हजार यात्री विदेश से लौटे थे… कुछ यात्री दूसरी जगहों पर चले गए…

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वहीं 26 यात्रियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी.. जिनमें ओमिक्रॉन वैरिएंट की जांच की गई.. और जिनोम सिक्वेंसिंग रिपोर्ट में 8 यात्रियों में ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई है… हालांकि इनमें से 6 मरीज ठीक भी हो चुके हैं.. और बाकी 2 यात्रियों में भी समान्य लक्षण हैं… जिनका इलाज जारी है…

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इधर ओडिशा में भी 4 ओमीक्रॉन के मरीज मिले हैं, मध्यप्रदेश और ओडिशा की सीमा छत्तीसगढ़ से लगी हुईं हैं ऐसे में इस राज्य में भी ओमीक्रॉन का खतरा बढ़ गया है। मध्यप्रदेश में लगातार कोरोना के मरीज मिल रहे हैं। पिछले 24 घंटे के दौरान कुल 41 केस आए हैं। जिनमें सबसे ज्यादा इंदौर में 19 नए मरीज सामने आए हैं, जबकि भोपाल (bhopal) में 11 मरीज मिले हैं। इसके अलावा उज्जैन में 5, खरगोन में 2, सिंगरौली, बालाघाट, मंदसौर और दतिया में एक-एक मरीज मिले हैं। प्रदेश में अभी 252 एक्टिव केस हैं।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com