MP Khandwa News: बारात से पहले पहुंची पुलिस और महिला बाल विकास विभाग की टीम, तीन नाबालिग जोड़ों का रुकवाया निकाह, परिजनों को दी गई समझाइश
MP Khandwa News: मध्य प्रदेश के खंडवा में महिला बाल विकास विभाग ने तीन नाबालिग जोड़ों का निकाह रुकवाया और उनके परिजनों को समझाइश दी।
MP Khandwa News/ Image Credit: IBC24
- महिला बाल विकास विभाग ने तीन नाबालिग जोड़ों का निकाह रुकवाया। उनके परिजनों को समझाइश दी।
- पुलिस और महिला बाल विकास विभाग ने नाबालिग जोड़ों के परिजनों को समझाइश दी।
- एक कार्यक्रम में तो दूल्हा घोड़ी पर चढ़कर बारात निकालने वाला ही था
खंडवा: MP Khandwa News: मध्य प्रदेश के खंडवा में तीन नाबालिगों के निकाह का मामला सामने आने के बाद, महिला बाल विकास विभाग ने निकाह रुकवाया और परिवार के लोगों को समझाइश दी है। बताया जा रहा है कि, शहनाई पैलेस गार्डन, गुलशन नगर और इमलीपुरा के तीन घरों में हो रहे निकाह के बीच महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम और पुलिस बल पहुंच गया। तीनों निकाह को उन्होंने इसलिए रुकवा दिया। ऐसा इसलिए क्योंकि कहीं लड़के की उम्र 21 वर्ष पूरी नहीं थी तो कहीं लड़की की 18 वर्ष पूरी नहीं थी। एक कार्यक्रम में तो दूल्हा घोड़ी पर चढ़कर बारात निकालने वाला ही था, लेकिन उसे घोड़ी से उतारा गया। शहर के खानशाहवली क्षेत्र में नाबालिगों के निकाह की सूचना पर महिला एवं बाल विकास के अधिकारी और मोघट थाना पुलिस ने पहुंचकर निकाह को रुकवाया। बताया जा रहा है, कि एक ही परिवार में भाई और बहन के निकाह का आयोजन था।
अधिकारीयों ने दूल्हा-दुल्हन के परिजनों को दी समझाइश
MP Khandwa News: निकाह की सूचना पर तत्काल परियोजना अधिकारी पूजा राठौर और मोघट थाना पुलिस मौके पर पहुंचे। उन्होंने दूल्हा-दुल्हन के दस्तावेज देखे। इसमें पता चला कि एक दूल्हे की उम्र आधार कार्ड के अनुसार 19 वर्ष आठ माह थी। इसका निकाह यहीं के ही गुलशन नगर की एक बालिका से हो रहा था। जब वहां की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से दुल्हन की उम्र पूछी तो पता चला कि उसके जन्म प्रमाण पत्र में वर्ष 2005 का जन्म बताया गया और आधार कार्ड में वर्ष 2007 का जन्म दर्ज है। इस तरह से दो स्थानों पर अलग-अलग जन्म तारीख होने से संशय की स्थिति निर्मित हुई। अधिकारियों ने देखा कि गुलशन नगर की दुल्हन से जिस दूल्हे का निकाह हो रहा है। वह नाबालिग की श्रेणी में आ रहा है। इधर, खानशाहवली निवासी दूल्हे की बड़ी बहन भी दुल्हन बनी हुई थी। उसकी बारात शहर के ही हातमपुरा क्षेत्र से आने वाली थी। जब उसके दस्तावेज देखे गए तो वह भी 17 वर्ष नौ माह की निकली। इसलिए नियमों के अनुसार उसकी बहन का निकाह भी नहीं हो सकता था। अधिकारियों ने दूल्हा-दुल्हन के परिजन को समझाइश देकर पंचानामा बनाकर बाल निकाह रुकवाया।

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