Satna News: लालच देकर धर्म परिवर्तन का बना रहे थे दबाव, आपत्तिजनक साहित्य के साथ तीन आरोपी गिरफ्तार
Satna News: पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि मुख्य आरोपी लालमन चौधरी के बैंक खाते में 8 से 9 लाख रुपये बाहर से विभिन्न किस्तों में जमा हुए हैं। इन पैसों का उपयोग मस्जिद निर्माण में किया गया।
- सतना में हिंदुओं को लालच देकर धर्म परिवर्तन का दबाव
- भारी मात्रा में धनराशि प्राप्त होने के मिले साक्ष्य
- आरोपियों के खिलाफ पंकज पाठक ने शिकायत दर्ज कराई
सतना: Satna News, सतना में हिंदुओं को लालच देकर धर्म परिवर्तन का दबाव बना रहे तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपियों के कब्जे से आपत्तिजनक साहित्य मिला है। साथ ही कुछ संदिग्ध खातों से लेन देन की भी पुष्टि हुई है। बताया जाता है कि आरोपी धारकुण्डी थाना क्षेत्र के ग्राम झखौरा में मस्जिद का निर्माण भी करा रहे थे। फिलहाल तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
मामला तब सामने आया जब चार दिन पूर्व ग्रामीणों ने गांव में मस्जिद निर्माण को लेकर आपत्ति जताई थी, जिसको लेकर गांव में विवाद की स्थिति भी निर्मित हुई थी। पुलिस ने बताया कि लालमन चौधरी उर्फ अब्दुल रहमान, विजय भारती उर्फ मोहम्मद उमर और दीनानाथ चौधरी उर्फ अब्दुला को गिरफ्तार कर आज न्यायालय में पेशी किया जहाँ से तीनो आरोपियों को जेल भेज दिया गया।
आरोपियों के खिलाफ पंकज पाठक ने शिकायत दर्ज कराई
आरोपियों के खिलाफ फरियादी पंकज पाठक ने थाना पहुंचकर धर्मांतरण से संबंधित लिखित शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के आधार पर थाना धारकुण्डी में धारा 299 भारतीय न्याय संहिता एवं मध्यप्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम 2021 की धारा 3/5 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना प्रारंभ की गई। पुलिस जांच में सामने आया है कि निर्माणाधीन मस्जिद के माध्यम से लोगों को लालच देकर या दबाव बनाकर धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित किया जा रहा था।
भारी मात्रा में धनराशि प्राप्त होने के मिले साक्ष्य
Satna News, यही नहीं, मस्जिद निर्माण के लिए बाहर से भारी मात्रा में धनराशि प्राप्त होने के साक्ष्य भी पुलिस को मिले हैं। आरोपियों की निशादेही पर झखौरा मस्जिद परिसर से आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई। पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि मुख्य आरोपी लालमन चौधरी के बैंक खाते में 8 से 9 लाख रुपये बाहर से विभिन्न किस्तों में जमा हुए हैं। इन पैसों का उपयोग मस्जिद निर्माण में किया गया।
पुलिस को संदेह है कि यह धनराशि धर्मांतरण गतिविधियों के लिए भी इस्तेमाल की जा रही थी। जब्त मोबाइल फोन की जांच में व्हाट्सएप कॉलिंग के जरिए बाहरी लोगों से लगातार संपर्क पाए जाने की पुष्टि हुई है। पैसा किसने भेजा, किस उद्देश्य से भेजा गया और इसके पीछे कौन लोग जुड़े हैं। इन सभी बिंदुओं पर पुलिस गहन जांच कर रही है।
अब्दुल रहमान ने वर्ष 2010 में इस्लाम धर्म स्वीकार किया
पुलिस जांच में यह तथ्य भी सामने आया है कि लालमन चौधरी उर्फ अब्दुल रहमान ने वर्ष 2010 में इस्लाम धर्म स्वीकार किया था। इसके बाद उसने अपने बेटे विजय भारती उर्फ मोहम्मद उमर और भतीजे दीनानाथ चौधरी उर्फ अब्दुल का भी धर्म परिवर्तन कराया। पुलिस को आशंका है कि यही नेटवर्क आगे बढ़ाकर गांव में अन्य लोगों को भी धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित किया जा रहा था।
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