Reported By: Nafees Khan
,Sagar News/Image Source: IBC24
सागर: Sagar News: मध्यप्रदेश के सागर जिले के ढाना चौकी क्षेत्र में पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। एक परिवार का दावा है कि सीएम हेल्पलाइन में दर्ज शिकायत वापस कराने के दबाव में पुलिसकर्मियों ने देर रात उनके घर में घुसकर लाइट बंद की और मारपीट की। आरोप है कि इस घटना से आहत होकर 27 वर्षीय मेघा पटैल ने ज़हर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया।
परिवार के अनुसार मेघा पटैल दहेज प्रताड़ना के मामले में न्यायिक प्रक्रिया से गुजर रही थीं। पीड़िता की बहन कविता का कहना है कि ससुराल पक्ष लगातार राजीनामा करने का दबाव बना रहा था, और जब परिवार ने समझौते से इनकार किया, तो पुलिस और ससुराल पक्ष ने मिलकर उन पर झूठा मारपीट का केस दर्ज करा दिया। परिजनों का कहना है कि घटना वाली रात ढाना चौकी की उपनिरीक्षक मनीषा तिवारी कथित रूप से घर में घुसीं, लाइट बंद करवाई और परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट की। परिवार ने यह भी आरोप लगाया कि घटना का वीडियो बनाते समय पुलिस ने उनका मोबाइल फोन जब्त कर लिया और उसमें मौजूद रिकॉर्डिंग को डिलीट करवा दिया। उनका कहना है कि इससे मामले के संभावित सबूत नष्ट हो गए।
Sagar News: परिजनों का आरोप है कि पुलिस पिछले कई दिनों से राजीनामा कराने के लिए नियमित रूप से उनके घर पहुंच रही थी। बार-बार के दबाव और इस ताज़ा घटना ने मेघा पटैल को मानसिक रूप से इतना झकझोर दिया कि उन्होंने ज़हर खा लिया। फिलहाल उनका इलाज जारी है। घटना को लेकर स्थानीय प्रशासन और पुलिस विभाग की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। वहीं, परिवार न्यायिक जांच की मांग कर रहा है और दावा कर रहा है कि पुलिस की भूमिका की निष्पक्ष जांच ही मामले की सच्चाई उजागर कर सकती है। बहरहाल पुलिस ने न्याय देने के बजाय एक परिवार के साथ बर्बरता से मारपीट की, जिससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर एक बार फिर सवाल खड़े हो रहे हैं।