Pandukhor Shiva Temple: महाभारतकालीन पाण्डुखोर मंदिर, जहां पांडवों ने अज्ञातवास में की थी भगवान शिव की पूजा
महाभारतकालीन पाण्डुखोर मंदिर, जहां पांडवों ने अज्ञातवास में की थी भगवान शिव की पूजा...Pandukhor Shiva Temple: Pandukhor temple of Mahabharata
Pandukhor Shiva Temple | Image Source | IBC24
- महाभारतकालीन पाण्डुखोर शिव मंदिर,
- पांडवों की तपस्थली,
- श्रद्धा और आस्था का केंद्र
शाजापुर: Pandukhor Shiva Temple: मध्य प्रदेश के शाजापुर ज़िले में स्थित प्राचीन पाण्डुखोर (पांडूखो) का शिव मंदिर महाभारत कालीन माना जाता है। मान्यता है कि पांडवों ने अपने अज्ञातवास के दौरान इस गुफा में भगवान शिव की पूजा-अर्चना की थी। इस मंदिर का उल्लेख पुराणों में भी मिलता है।
Pandukhor Shiva Temple: शाजापुर ज़िला मुख्यालय से मात्र 3 किलोमीटर दूर स्थित इस गुफा में अज्ञातवास के समय पांडवों ने कुछ दिन प्रवास किया था। इसी दौरान उन्होंने शिवलिंग की स्थापना भी की थी। इसके प्रमाण आज भी गुफा रूपी इस मंदिर में देखे जा सकते हैं। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस मंदिर और शिवलिंग की अत्यंत महिमा है। सावन के महीने में यहाँ हर साल भारी संख्या में श्रद्धालु उमड़ते हैं। भक्त भोले बाबा के समक्ष मनौतियाँ माँगते हैं और पूर्ण होने पर कांवड़ चढ़ाकर कृतज्ञता व्यक्त करते हैं।
Pandukhor Shiva Temple: इस मंदिर की प्राचीनता से जुड़ी अनेक कथाएँ क्षेत्र में प्रचलित हैं। शिवपुराण सहित कई अन्य ग्रंथों में इस मंदिर का उल्लेख मिलता है। कहा जाता है कि यह स्थान पहले पांडुखोरा नाम से जाना जाता था। महाभारत काल के दौरान यहाँ एक छोटी सी गुफा हुआ करती थी जहाँ पांडवों ने शिवलिंग की स्थापना कर भगवान शिव को प्रसन्न करने हेतु तपस्या की थी।
Pandukhor Shiva Temple: घने वृक्षों के बीच स्थित यह मंदिर प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है। इसके पास से बहती एक नदी इसकी शोभा को और भी बढ़ा देती है। दूर-दूर से लोग यहाँ शिवजी से मन्नतें माँगने आते हैं। श्रद्धालुओं का विश्वास है कि जो भी सच्चे मन से इस गुफा में बैठकर भगवान शिव से अपनी प्रार्थना करता है उसकी सभी मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं।

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