Face To Face Madhya Pradesh: गौकशी सरेआम..मध्यप्रदेश में मचा संग्राम, गौ संरक्षण के दावे आखिर क्यों साबित हो रहे खोखले? देखिए पूरी रिपोर्ट |

Face To Face Madhya Pradesh: गौकशी सरेआम..मध्यप्रदेश में मचा संग्राम, गौ संरक्षण के दावे आखिर क्यों साबित हो रहे खोखले? देखिए पूरी रिपोर्ट

Face To Face Madhya Pradesh: गौकशी सरेआम..मध्यप्रदेश में मचा संग्राम, गौ संरक्षण के दावे आखिर क्यों साबित हो रहे खोखले? देखिए पूरी रिपोर्ट

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Modified Date: May 17, 2025 / 12:03 AM IST
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Published Date: May 17, 2025 12:03 am IST
HIGHLIGHTS
  • भोपाल, खरगोन और सिवनी में गायों की तस्करी और गौहत्या की घटनाएं बढ़ीं
  • हिंदू संगठनों में आक्रोश, सरकार पर लापरवाही के आरोप
  • सरकार ने हाल ही में स्वावलंबी गोशाला नीति को दी मंजूरी

भोपाल: Face To Face Madhya Pradesh मध्यप्रदेश में गौ रक्षकों का गुस्सा आसमान पर है, क्योंकि लगातार तस्करी और गौकशी की घटनाएं दर्ज हो रहे हैं। राजधानी भोपाल में गौ हत्या की एक ऐसी खबर के चलते हिंदू संगठन आंदोलित हो गए। जबकि खरगोन में गौ तस्करों की दबंगई की एक घटना सामने आई है। वहीं बीते गुरुवार को सिवनी में गायों की तस्करी का एक हैरान करने वाला मामला उजागर हुआ था।

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Face To Face Madhya Pradesh ये घटनाएं अब सवालों में बदल रही हैं। आखिर गायों की सुरक्षा और संरक्षण में चूक कहां और क्यों हो रही है? ये हाल तब है जब स्वावलंबी गोशाला स्थापना नीति को मंजूरी मिली है। इसके ज़रिए सरकार प्रदेश में 8 लाख से अधिक निराश्रित गोवंश की देखरेख नए सिरे से काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।

मध्यप्रदेश में गायों की तस्करी क्यों बढ़ रही है?

गायों की तस्करी बढ़ने का कारण ग्रामीण इलाकों में निगरानी की कमी, सीमावर्ती क्षेत्रों से अवैध आवागमन और कुछ जगहों पर प्रशासनिक लापरवाही मानी जा रही है।

सरकार ने गायों की तस्करी रोकने के लिए क्या कदम उठाए हैं?

राज्य सरकार ने स्वावलंबी गोशाला नीति को मंजूरी दी है, जिससे 8 लाख निराश्रित गायों की देखरेख की जाएगी और गोवंश की सुरक्षा को लेकर निगरानी बढ़ाई जाएगी।

गायों की तस्करी रोकने के लिए गौ रक्षक संगठन क्या कर रहे हैं?

गायों की तस्करी को लेकर कई गौ रक्षक संगठन सक्रिय हैं, जो घटनाओं की जानकारी पुलिस को देते हैं और समय-समय पर आंदोलन भी करते हैं।