Face To Face Madhya Pradesh | Photo Credit: IBC24
भोपाल: Face To Face Madhya Pradesh जगह ऐतिहासिक..अंदाज राजशाही..फैसले सियासी..मोहन कैबिनेट की मालवा में कैंपिंग का कुल जमा अर्थ क्या है? राजवाड़ा से कैबिनेट के फैसलों के जरिए जो राजनीतिक संदेश दिए गए। उसके प्रदेश के लिए अहमियत क्या है और अगर हम उन फैसलों को डिकोड करने की कोशिश करें, तो निकलेगा क्या? साथ ही ये सवाल भी कि राजवाड़ा की राजसी बैठक के जरिए क्या सीएम मोहन यादव ने नई पॉलिटिक्स की पटकथा लिखी है?
Face To Face Madhya Pradesh वल्लभ भवन से बाहर निकल कर सरकार आज इंदौर पहुंची। जहां डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक इंदौर के राजवाड़ा के गणेश हॉल में हुई। हॉल में देवी अहिल्या की मूर्ति को सीएम से आगे रखा गया। कैबिनेट बैठक में मोहन सरकार ने 5 बड़े फैसले लिए। रोड एक्सीडेंट में घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचने वाले को 25000 दिया जाएगा। इंदौर के एमवाय के लिए 773 करोड़ और रीवा के जिला अस्पाताल के लिए 321 करोड़, सनातन परम्पराओं के विकास लिए 2100 करोड़ का प्रवधान, सीएम शहरी स्वच्छता के लिए 277 करोड़ का प्रावधान और साथ ही बुनकारों के स्किल डेवलेपमेंट प्रोग्राम के लिए 100 करोड़ का प्रावधान किया है।
बैठक में खास तौर पर मेट्रोपॉलिटन एरिया को लेकर जो फैसला हुआ है, वो आने वाले दिनों में प्रदेश की तस्वीर बदलने वाला माना जा रहा है। कैबिनेट में मेट्रोपॉलिटन काउंसिल का गठन किए गया है, तो वही कैबिनेट की इस बैठक को लेकर कांग्रेस के पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा की पहले राजशाही थी अब लोकतंत्र है। पहली बार ऐसा वातावरण दिख रहा है कि इंदौर में मौज मस्ती हो रही है। आतंकियों ने 26 लोगो की जान ली, ये वही महीना है। ऐसे हालातों में मौज मस्ती हो रही है। मालवा की बात होती किसानों की बात होती तो ठीक था। कैबिनेट की मौज मस्ती निंदनीय है।
मोहन सरकार ने जब से सत्ता संभाली है तब से सरकार अंतिम व्यक्ति से सरकार को जोड़ने के लिए डेस्टिनेशन कैबिनेट का ट्रेंड शुरू किया। इसी के तहत आज की बैठक राजवाड़ा में हुई। लेकिन कांग्रेस को यहां सरकार की मौज मस्ती दिखी। साथ ही मालवा की अनदेखी भी नज़र आई, तो वहीं बीजेपी का कहना है कि कुछ तो लोग कहेंगे लोगों का काम है कहना।