शह मात The Big Debate: ‘अस्थाई’ होंगे ‘स्थाई’..संविदा, आउटसोर्स की बाकी लड़ाई! क्या सरकार के इस फैसले से कर्मचारियों का असंतोष खत्म होगा?

Mohan Cabinet Decision: 'अस्थाई' होंगे 'स्थाई'..संविदा, आउटसोर्स की बाकी लड़ाई! क्या सरकार के इस फैसले से कर्मचारियों का असंतोष खत्म होगा?

शह मात The Big Debate: ‘अस्थाई’ होंगे ‘स्थाई’..संविदा, आउटसोर्स की बाकी लड़ाई! क्या सरकार के इस फैसले से कर्मचारियों का असंतोष खत्म होगा?

Mohan Cabinet Decision

Modified Date: December 17, 2025 / 12:06 am IST
Published Date: December 17, 2025 12:06 am IST
HIGHLIGHTS
  • मोहन कैबिनेट ने 7 कैटेगरी खत्म कर कर्मचारियों को स्थायी दर्जा दिया
  • अब केवल नियमित, संविदा और आउटसोर्स कर्मचारी रहेंगे
  • फैसले से 5% सरकारी कर्मचारियों को सीधा लाभ मिलेगा

भोपाल: Mohan Cabinet Decision मध्यप्रदेश में अब सरकारी कर्मचारियों की सीमित कैटेगरी होंगी। 10 में से 7 को हटाते हुए अब प्रदेश में सिर्फ 3 प्रकार के सरकारी कर्मचारी। प्रदेश की मोहन कैबिनेट ने फैसले पर मुहर लगा दी। कर्मचारियों ने खुले मन से इसका स्वागत किया, लेकिन विपक्ष ने इस पर भी सवाल उठाए हैं।

Mohan Cabinet Decision मध्यप्रदेश की मोहन सरकार ने मंगलवार को कैबिनेट मीटिंग कर कर्मचारियों से जुड़ा एक बड़ा फैसला लिया। जिसको लेकर अब सियासी शमशीरें खिंच गई हैं। दरअसल, मोहन सरकार ने कर्मचारी संगठनों की मांगों को मानते हुए। नई व्यवस्था को मंजूरी दे दी है। कर्मचारियों की दैनिक वेतन भोगी,अंशकालीन,कार्यभारित, स्थायीकर्मी सहित 7 कैटेगरी समाप्त कर दी हैं। अब उन्हें स्थायी कर्मचारी माना जाएगा। साथ ही स्थायी कर्मचारी की तरह ही इन कैटेगरी के कर्मचारियों की सेवा शर्तें, वेतन, पेंशन समान होंगे। अनुुकंपा नियुक्ति का भी प्रावधान है। यानी अब एमपी में नियमित, संविदा और आउटसोर्स जैसी ही श्रेणियां रहेंगी।

सरकार के इस फैसले से कर्मचारी संगठनोें में खासा उत्साह है। सरकार के फैसले का जहां अधिकारी-कर्मचारी संगठन स्वागत कर रहे हैं तो कांग्रेस इसे केेवल शब्दों की जादूगरी बता रही है और कह रही है कि- एक लाइन का आदेश निकालिए, तब मानेंगे कि सरकार सही काम कर रही है।

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तो कांग्रेस का पलटवार करते हुए बीजेपी ने कहा कि- कांग्रेस में केवल बातें करने का कल्चर था। मोहन सरकार हर वादा निभाती है।

कुलमिलाकर सरकार केे इस फैसले के साथ ही स्थायी और अस्थायी कर्मचारी का भेद खत्म हो जाएगा और इससे 5 फ़ीसदी सरकारी कर्मचारियों को लाभ पहुंचेगा, लेकिन सवाल ये है कि- आखिर कांग्रेस इस फैसले की मंशा पर प्रश्नचिन्ह क्यों लगा रही है। सवाल ये भी कि- क्या मोहन सरकार आने वाले समय में संविदा और आउटसोर्स कर्मचारियों को भी स्थायी करेगी?


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

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IBC24 डिजिटल में कंटेंट राइटर के रूप में कार्यरत हूं, जहां मेरी जिम्मेदारी मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की राजनीति सहित प्रमुख विषयों की खबरों की कवरेज और प्रस्तुति है। वर्ष 2016 से डिजिटल पत्रकारिता में सक्रिय हूं और अब तक 8 वर्षों का अनुभव प्राप्त किया है। विभिन्न प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में कार्य करते हुए न्यूज़ राइटिंग और डिजिटल टूल्स में दक्षता हासिल की है। मेरे लिए पत्रकारिता सिर्फ पेशा नहीं, बल्कि जिम्मेदारी है—सटीक, तेज और असरदार जानकारी पाठकों तक पहुंचाना मेरा लक्ष्य है। बदलते डिजिटल दौर में खुद को लगातार अपडेट कर, कंटेंट की गुणवत्ता बेहतर करने के लिए प्रतिबद्ध हूं।