मध्यप्रदेश में युवक ने तीन लड़कियों से एक साथ रचाई शादी, 15 सालों से रह रहे थे लिव इन में, तीनों दूल्हन के हैं 6 बच्चे

मध्यप्रदेश में युवक ने तीन लड़कियों से एक साथ रचाई शादी : Young man became the groom of 3 brides, was living in live-in for 15 years

मध्यप्रदेश में युवक ने तीन लड़कियों से एक साथ रचाई शादी, 15 सालों से रह रहे थे लिव इन में, तीनों दूल्हन के हैं 6 बच्चे
Modified Date: November 29, 2022 / 07:59 pm IST
Published Date: May 2, 2022 5:16 pm IST

इंदौर : Man became the groom of 3 brides मध्यप्रदेश के अलीराजपुर जिले में आदिवासी समुदाय के एक पूर्व सरपंच ने अपनी तीन प्रेमिकाओं से जनजातीय परंपराओं के मुताबिक एक साथ ब्याह रचाया है। दूल्हे और स्थानीय लोगों ने सोमवार को यह जानकारी दी। खास बात यह है कि तीनों महिलाएं इस पुरुष के साथ करीब 15 साल से रह रही हैं और उनके कुल छह बच्चे भी रविवार को संपन्न इस अनूठे विवाह समारोह में पूरे उत्साह से शामिल हुए। सोशल मीडिया पर इस विवाह की निमंत्रण पत्रिका और तस्वीरें वायरल होने के बाद यह शादी चर्चा का विषय बन गई है।

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इंदौर से करीब 200 किलोमीटर दूर नानपुर गांव के पूर्व सरपंच समरथ मौर्य ने फोन पर ‘‘पीटीआई-भाषा’’ से बातचीत में अपनी तीनों प्रेमिकाओं से एक साथ शादी की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि पहली प्रेमिका से उनकी मंगनी वर्ष 2003 में हुई थी और पिछले 15 साल से उनकी दो अन्य प्रेमिकाएं भी उनके साथ ही रह रही हैं।

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आदिवासी बहुल अलीराजपुर जिले के मोरी फलिया गांव में संपन्न शादी में शामिल मेहमानों को विदा करने में व्यस्त मौर्य हालांकि ज्यादा बातचीत नहीं कर सके। लेकिन विवाह समारोह में शामिल स्थानीय लोगों ने बताया कि शादी की रस्में जनजातीय परम्पराओं के मुताबिक तीन दिन तक चलीं और मौर्य ने एक मंडप के नीचे अपनी तीनों प्रेमिकाओं से एक साथ फेरे लिए।

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चश्मदीदों ने बताया कि शादी में शामिल मेहमानों ने ढोल और मांदल (आदिवासियों का पारम्परिक बाजा) की थाप पर जनजातीय शैली का नृत्य कर जोरदार जश्न मनाया। स्थानीय लोगों के मुताबिक आदिवासियों के मांगलिक कार्यों में एक दम्पति के रूप में शामिल होने की सामाजिक मान्यता हासिल करने के लिए इस समुदाय के हर जोड़े के लिए जरूरी है कि पहले वे जनजातीय रीति-रिवाजों के अनुसार विवाह रचाएं।

 

 


लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।