Teacher Recruitment Scam: शिक्षक भर्ती में महाघोटाला! फर्जी तरीके से की गई 547 शिक्षकों की नियुक्ति, लिए गए 100 करोड़ रुपये से अधिक के रिश्वत, कई लोग पहुंचे सलाखों के पीछे

Big scam in teacher recruitment! 547 teachers were appointed fraudulently

  •  
  • Publish Date - May 25, 2025 / 11:48 PM IST,
    Updated On - May 25, 2025 / 11:52 PM IST

Chhattisgarh Teacher Bharti Latest News. Image Source-IBC24

HIGHLIGHTS
  • 622 में से 547 शिक्षकों की नियुक्ति बिना प्रक्रिया के, 20-30 लाख की रिश्वत लेकर की गई।
  • अधिकारियों के अनुसार, यह भर्ती घोटाला 100 करोड़ रुपये से अधिक का हो सकता है।

नागपुर: Teacher Recruitment Scam: महाराष्ट्र में कथित ‘शालार्थ आईडी’ घोटाले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने खुलासा किया है कि 500 ​​से अधिक शिक्षकों की भर्ती निर्धारित प्रक्रियाओं का पालन किए बिना की गई थी। दरअसल, शालार्थ महाराष्ट्र सरकार का एक केंद्रीकृत पोर्टल है, जो सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों के कर्मचारियों, जिनमें शिक्षक भी शामिल हैं, के वेतन और सेवा रिकॉर्ड का प्रबंधन करता है। ‘शालार्थ आईडी’ का मतलब ऐसे कर्मचारियों को आवंटित शिक्षक पहचान संख्या से है।

Read More : Liberian Ship Sinks: भारत के समुद्री इलाके में डूबा लाइबेरियाई जहाज, इस राज्य में हाई अलर्ट जारी, लोगों को दी गई ये सलाह 

Teacher Recruitment Scam: पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘एसआईटी ने पाया है कि नियुक्त किए गए 622 शिक्षकों में से केवल 75 को उचित प्रक्रियाओं का पालन करते हुए नियुक्त किया गया था। शेष 547 को 20-30 लाख रुपये प्रति शिक्षक के हिसाब से भुगतान करने के बाद फर्जी पहचान पत्रों का उपयोग करके नियुक्त किया गया था। इसका मतलब है कि यह घोटाला 100 करोड़ रुपये से अधिक का हो सकता है।’’ एसआईटी प्रभारी और सहायक पुलिस आयुक्त सुनीता मेश्राम ने बताया कि जांच अब शिक्षा विभाग के उप निदेशकों के अलावा शिक्षा अधिकारियों और शिक्षकों पर केंद्रित है। मेश्राम ने कहा कि इस मामले में और गिरफ्तारियां की जा सकती हैं। अधिकारी ने बताया कि एक टीम शुक्रवार को भंडारा में सेवानिवृत्त उप निदेशक सतीश मेंढे को उनकी कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार करने गई थी, लेकिन मेंढे अपने आवास पर नहीं मिले।

Read More : Teenage Girl Raped: किशोरी को बंधक बनाकर महीनों तक किया दुष्कर्म, गर्भवती होने पर कराया गर्भपात, फिर वेश्यावृत्ति में धकेला

इस पूरे मामले की जांच के लिए अप्रैल में एसआईटी का गठन किया गया था ताकि यह पता लगाया जा सके कि नागपुर में शालार्थ पोर्टल के जरिए वेतन आवंटित करने लिए फर्जी पहचान का इस्तेमाल कैसे किया गया। इस मामले में अब तक कई लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

शालार्थ आईडी क्या है?

शालार्थ आईडी एक डिजिटल पहचान संख्या है जो महाराष्ट्र सरकार के शिक्षकों और स्कूल कर्मचारियों को दी जाती है। इसका उपयोग वेतन और सेवा विवरण दर्ज करने के लिए किया जाता है।

इस घोटाले में कितने फर्जी शिक्षक सामने आए हैं?

जांच में पाया गया कि 547 शिक्षक बिना उचित प्रक्रिया के भर्ती हुए हैं।

भर्ती में घोटाला कैसे हुआ?

बड़े पैमाने पर रिश्वत लेकर फर्जी दस्तावेजों के जरिए शालार्थ पोर्टल में एंट्री करवाई गई और वेतन प्राप्त किया गया।

जांच की स्थिति क्या है?

एसआईटी जांच कर रही है। अब तक कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं और शिक्षा अधिकारियों पर भी जांच केंद्रित है।

क्या और गिरफ्तारियां होंगी?

हाँ, एसआईटी प्रमुख ने कहा है कि अधिक अधिकारियों और शिक्षकों की गिरफ्तारी संभावित है।