भाजपा-आरएसएस ने कभी संविधान को नहीं माना, आंबेडकर के प्रति लगाव सिर्फ दिखावा: वर्षा गायकवाड

भाजपा-आरएसएस ने कभी संविधान को नहीं माना, आंबेडकर के प्रति लगाव सिर्फ दिखावा: वर्षा गायकवाड

भाजपा-आरएसएस ने कभी संविधान को नहीं माना, आंबेडकर के प्रति लगाव सिर्फ दिखावा: वर्षा गायकवाड
Modified Date: December 6, 2025 / 06:45 pm IST
Published Date: December 6, 2025 6:45 pm IST

मुंबई, छह दिसंबर (भाषा) कांग्रेस की मुंबई इकाई की अध्यक्ष वर्षा गायकवाड ने शनिवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) वंचित समुदायों की अनदेखी कर रही है और केंद्र व महाराष्ट्र की मौजूदा सरकार में दलितों, पिछड़े वर्गों और महिलाओं पर अत्याचार बढ़े हैं।

बाबासाहेब आंबेडकर के 69वें महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर ‘चैत्यभूमि’ पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि महान समाज सुधारक एवं न्यायविद के प्रति भाजपा का लगाव “सिर्फ दिखावा” है।

लोकसभा सदस्य गायकवाड ने कहा, “जब से मनुवादी विचारधारा वाली सरकार सत्ता में आई है, दलितों और पिछड़े समुदायों के खिलाफ अपराध बढ़े हैं। महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ अत्याचार बढ़े हैं, झूठी शान के लिए हत्याओं में वृद्धि हुई है। पिछड़े समुदायों के छात्रों को समय पर छात्रवृत्ति नहीं मिल पा रही है और सामाजिक न्याय विभाग के धन का इस्तेमाल अन्य योजनाओं में किया जा रहा है।”

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उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार जानबूझकर दलितों, वंचितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यक समुदायों की उपेक्षा कर रही है, इसी वजह से शिकायतों के बावजूद कोई सुधार नहीं होता।

सत्तारूढ़ सरकार पर निशाना साधते हुए वर्षा गायकवाड़ ने कहा, “भाजपा और आरएसएस ने डॉ. आंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान को कभी स्वीकार नहीं किया। भाजपा सरकार संविधान और लोकतंत्र को कुचल रही है और इसे बदलना चाहती है। संविधान हमारे देश की आत्मा है और इसकी रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है। हम इसे किसी भी कीमत पर करेंगे।”

भाषा

खारी रंजन

रंजन


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