मुंबई, 10 नवंबर (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को अधिकारियों को राज्य में ज्योतिर्लिंग मंदिरों में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए विश्व स्तरीय सुविधाएं और अत्याधुनिक एकीकृत एआई आधारित सुरक्षा प्रणाली सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
यहां अपने सरकारी आवास ‘वर्षा’ में बैठक के दौरान, फडणवीस ने पुणे जिले में भीमाशंकर मंदिर, हिंगोली में औंधा नागनाथ मंदिर और छत्रपति संभाजीनगर में ग्रिशनेश्वर मंदिर की विकास योजनाओं की समीक्षा की।
उन्होंने कहा, ‘ज्योतिर्लिंग मंदिरों में साल भर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। इसलिए, विकास योजनाएं व्यापक होनी चाहिए और उत्कृष्ट सुविधाएं प्रदान करने तथा सुरक्षा सुनिश्चित करने पर केंद्रित होनी चाहिए।’’
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को चल रहे कार्यों में तेजी लाने और नए कार्यों की प्रभावी योजना बनाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा, ‘‘श्रद्धालुओं की सुरक्षा और आपात स्थिति में तत्काल प्रतिक्रिया प्रदान करने के लिए एक उन्नत, एआई-आधारित एकीकृत सुरक्षा प्रणाली विकसित की जानी चाहिए।’’
फडणवीस ने कहा कि प्रतीक्षालय, पेयजल, आवास, आंतरिक सड़कें, स्वच्छता उपाय, सूचना पट्ट, पर्यटक सुविधा केंद्र, पार्किंग प्रबंधन, आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणालियां, स्वास्थ्य सुविधाएं और भोजनालय जैसी सुविधाओं को मजबूत किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मंदिर प्रबंधन सख्त मानदंडों का पालन करें तथा निवासियों एवं प्रशासनिक निकायों को योजना और क्रियान्वयन में शामिल किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘पर्यावरण संरक्षण और स्थानीय रोज़गार को बढ़ावा देने वाली पर्यटन परियोजनाओं को शीघ्रता से क्रियान्वित किया जाना चाहिए।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि बैठक में प्रस्तुत विकास योजनाओं को उच्च स्तरीय समिति की मंजूरी के बाद वित्त पोषण मिलेगा ।
उन्होंने अधिकारियों से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) से मंजूरी प्राप्त करने के लिए केंद्र सरकार के साथ एक अलग बैठक आयोजित करने को कहा।
भाषा राजकुमार नरेश
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