पुणे भूमि सौदा मामले में सरकार किसी को नहीं बचा रही, दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी: फडणवीस

पुणे भूमि सौदा मामले में सरकार किसी को नहीं बचा रही, दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी: फडणवीस

पुणे भूमि सौदा मामले में सरकार किसी को नहीं बचा रही, दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी: फडणवीस
Modified Date: December 10, 2025 / 09:35 pm IST
Published Date: December 10, 2025 9:35 pm IST

नागपुर, 10 दिसंबर (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को कहा कि उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बेटे पार्थ से जुड़ी एक कंपनी से संबंधित पुणे भूमि सौदे के मामले में सरकार का रुख शुरू से ही किसी को संरक्षण देने का नहीं था, और उन्होंने आश्वासन दिया कि जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

वह यहां एक कार्यक्रम के इतर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

इससे पहले मुंबई उच्च न्यायालय ने पुणे के एक विवादास्पद भूमि सौदे की पुलिस जांच पर बुधवार को तीखे सवाल उठाए और पूछा कि क्या अधिकारी उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बेटे पार्थ पवार को प्राथमिकी में नामजद न करके उन्हें बचाने की कोशिश कर रहे हैं?

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न्यायमूर्ति माधव जामदार की एकल न्यायाधीश पीठ ने मामले में आरोपी व्यवसायी शीतल तेजवानी की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए अभियोजन पक्ष से तीखे सवाल पूछे।

न्यायमूर्ति जामदार ने इस बात पर गौर किया कि संबंधित कंपनी में अधिकतम साझेदारी पार्थ पवार के पास है, बावजूद इसके उनका नाम प्राथमिकी में शामिल नहीं किया गया है। न्यायधीश ने सीधे पूछा, ‘क्या पुलिस उपमुख्यमंत्री के बेटे को बचा रही है और केवल दूसरों की जांच कर रही है।’

पुणे के पॉश मुंधवा इलाके में 40 एकड़ जमीन की बिक्री 300 करोड़ रुपये में अमाडिया एंटरप्राइजेज एलएलपी को की गई, जिसमें पार्थ पवार मुख्य भागीदार हैं। यह सौदा तब जांच के दायरे में आ गया जब पता चला कि यह जमीन सरकार की है और इसे बेचा नहीं जा सकता। आरोप यह भी है कि कंपनी को 21 करोड़ रुपये के स्टांप शुल्क का भुगतान करने से भी छूट दी गई थी।

मामले में उच्च न्यायालय की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर फडणवीस ने कहा, ‘मैंने उच्च न्यायालय की टिप्पणी नहीं सुनी है, लेकिन अदालत ने जो भी पूछा है, उसका उचित जवाब अदालत में दाखिल किया जाएगा। शुरू से ही सरकार का रुख किसी को भी संरक्षण नहीं देने का है। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसलिए, अब तक की गई कार्रवाई और भविष्य में की जाने वाली कार्रवाई की पूरी जानकारी उच्च न्यायालय को दी जाएगी।’

महाराष्ट्र में तेंदुओं के हमलों की बढ़ती घटनाओं के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वन विभाग ने राज्य के कुछ हिस्सों में इस मुद्दे को हल करने के लिए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।

उन्होंने बताया कि 22 तेंदुओं को पकड़ा जा चुका है और उन्हें पकड़ने के लिए बड़ी संख्या में जाल लगाए गए हैं।

फडणवीस ने कहा कि सरकार तेंदुओं के बचाव केंद्र स्थापित करने पर भी काम कर रही है, जिससे इन पशुओं को पकड़ने में और मदद मिलेगी जो कृषि क्षेत्रों में पैदा हुई हैं न कि वन क्षेत्रों में।

भाषा

नोमान पवनेश

पवनेश


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