मुंबई, 15 मई (भाषा) कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख हर्षवर्धन सपकाल ने बृहस्पतिवार को कहा कि केंद्र सरकार को जाति जनगणना का समयबद्ध कार्यक्रम घोषित करना चाहिए और यह तेलंगाना व कर्नाटक की तर्ज पर होनी चाहिए।
उन्होंने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की भी सराहना की, जिन्होंने “जनसंख्या के अनुसार आनुपातिक प्रतिनिधित्व” के सिद्धांत पर आधारित जाति जनगणना की लगातार मांग की है।
उन्होंने कहा, “ जाति आधारित जनगणना की राहुल गांधी की मांग का शुरू में भाजपा ने विरोध किया था, लेकिन बाद में पार्टी ने जनता के दबाव के कारण इसे स्वीकार कर लिया। गांधी के निरंतर प्रयासों की वजह से नरेन्द्र मोदी सरकार के पास कोई विकल्प नहीं बचा।”
सपकाल ने कहा कि जाति गणना महज एक गणना नहीं है, बल्कि एक महत्वपूर्ण सामाजिक एजेंडा है। उन्होंने कहा कि यह मराठों समेत विभिन्न सामाजिक समूहों के लिए आरक्षण के मुद्दों को हल करने में मदद करेगी और प्रत्येक समुदाय की जनसंख्या की स्पष्ट तस्वीर पेश करेगी।
सपकाल ने कहा, ‘महाराष्ट्र में ओबीसी आबादी मौजूदा 27 प्रतिशत से बढ़कर 64 प्रतिशत हो सकती है। जनगणना से प्रत्येक समुदाय की सही जनसंख्या का पता चल जाएगा, जिससे पाटीदारों, गुज्जरों और मराठों जैसे समुदायों की लंबित मांगों को पूरा करने में मदद मिलेगी।’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासित तेलंगाना और कर्नाटक की तर्ज पर देशभर में जाति जनगणना कराई जानी चाहिए।
भाषा जोहेब पवनेश
पवनेश
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